टीम के पीपलूंद पहुंचने पर ग्राम पंचायत पीपलूंद सरपंच वेदप्रकाश खटीक ने उनका स्वागत करते हुए ग्राम पंचायत की ओर से जल संरक्षण एवं पर्यावरण संवर्धन के क्षेत्र में किए गए नवाचारों की जानकारी दी। उन्होंने नरेंद्र मोदी अमृत वाटिका, ऑपरेशन सिंदूर फल वाटिका, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 के तहत विकसित किए गए चारागाह जैसे देवनारायण चारागाह, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर चारागाह, भगवान बिरसा मुंडा चारागाह, अमृत सरोवर, अमृत एनीकट, नाड़ियाँ, शंकन पौंड, ट्रेंच आदि का अवलोकन करवाया। निरीक्षण दल ने अमृत वाटिका में बरगद और पीपल के पौधे रोपे। श्याम कुमार ने कहा कि ग्राम पंचायत की ओर से जल संरक्षण व पर्यावरण के क्षेत्र में किया गया कार्य अन्य ग्राम पंचायतों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। टीम ने जल शक्ति अभियान तहत जल संरक्षण, चारागाह एवं वन विकास कार्यो को देखा। टीम ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की भी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान टीम के साथ जलग्रहण विभाग के अधीक्षण अभियंता राजीव मिश्रा, जिला परिषद के अधिशाषी अभियंता नरेगा गोपाल टेलर, जलग्रहण अधिशाषी अभियंता आदेश मीणा, सहायक अभियंता देशराज सैनी एवं सुनील बंजारा, ग्राम विकास अधिकारी राकेश चौधरी, कनिष्ठ अभियंता मोहित वैष्णव उपस्थित रहे।
इससे पहले जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधु ने जिला स्तर पर जल शक्ति अभियान के तहत जल संचय जन सहभागिता से हुए कार्यो की समीक्षा की। बैठक में जिला परिषद के सीईओ चंद्रभानसिंह भाटी, वाटरशेड के मिश्रा, अधिशाषी अभियंता टेलर, जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता नेमीचन्द अजमेरा, कृषि विभाग के उपनिदेशक, वन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। टेलर ने बताया कि दल शुक्रवार को जिला स्तरीय अधिकारियो के साथ बैठक कर अपनी रिपोर्ट भारत सरकार को प्रस्तुत करेगे।