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School Holiday: गर्मी छुट्टी के दौरान स्कूलों में लगने वाले समर कैंप स्थगित, DEO ने वापस लिया आदेश… समर कैम्प स्कूलों या समुदायिक स्थलों पर आयोजित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य बच्चों को रचनात्मक गतिविधियों में संलग्न कर उनकी बहुमुखी प्रतिभा का विकास करना होगा। समर कैम्प में कला और अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों के माध्यम से बच्चों को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। सभी व्यवस्थाएं स्कूलाें को अपने स्तर पर करानी होगी। विभाग से इसको लेकर अलग कोई बजट नहीं दिया जाएगा।
सुबह कैंप, समय तय इस एच्छिक समर कैंप में शामिल होने वाले बच्चों को एक्टिविटी के लिए सुबह 7.30 बजे आना होगा। वहीं 9.30 बजे कैंप समाप्त होगा। शनिवार और रविवार को कैंप की एक्टिविटीज नहीं होंगी। समर कैंप की गतिविधियों का निर्णय शिक्षक उनकी स्कूलों के बच्चों की रुचि के हिसाब से लेंगे। जिन बच्चों को डांस में रुचि होगी, उनके लिए डांस
प्रशिक्षण की व्यवस्था करनी होगी। ड्राइंग या पेटिंग के एक्सपर्ट आएंगे। 29 को समर कैंप की एक्टिविटीज फाइनल हो जाएगी। जिला शिक्षा विभाग स्कूलों को निर्देश जारी कर स्थान का चयन और एक्सपर्ट की जानकारी मांगेगा।
तापमान को देखते हुए लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी शासकीय और निजी स्कूलों में 25 अप्रैल से 15 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया है। इस साल पड़ रही शिद्दत की गर्मी को देखते हुए विभाग ने 5 दिन पहले ही ग्रीष्मकालीन की छुट्टियां डिक्लेयर कर दी। एक तरफ जहां समर कैंप को लेकर जिला शिक्षा विभाग अपने स्तर पर 1 मई से इसकी शुरुआत करने की तैयारी में है, वहीं स्कूलों के शिक्षक और पालक इससे असहमत हैं।
उनका कहना है कि सुबह से ही तेज धूप की वजह से ही लोक शिक्षण संचालनालय ने ग्रीष्मकालीन अवकाश 5 दिन पहले घोषित कर दिया है। जबकि इतनी तेज धूप में मासूम बच्चों का समर कैंप लगाया जा रहा है। पिछले साल भी तेज गर्मी के बीच समर कैंप का आगाज किया गया था, लेकिन फिर सुबह 7 बजे से ही गर्म लपटों को देखते हुए शासन ने 15 दिनों में ही समर कैंप निरस्त कर दिया था।
पैरेंट्स पर छोड़ा निर्णय डीपीई ने जिला शिक्षा विभाग को भेजे आदेश में कहा है कि, कैंप में बच्चों को भेजने या नहीं भेजने का निर्णय पालकों का होगा। यह समर कैंप एच्छिक होगा, जिसे बच्चे चाहें तो ज्वाइन करें या नहीं, कोई पाबंदी नहीं होगी। बच्चों को समर कैंप में जाने से पहले स्कूलों की जानकारी देनी होगी। बच्चों की संख्या के आधार पर ही विभिन्न एक्टिविटीज करने वाले विषय विशेषज्ञों को तय किया जाएगा।
इस बीच शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि समर कैम्प के आयोजन के लिए कोई विशेष बजट उपलब्ध नहीं कराया जाएगा। ऐसे में शिक्षकों और पालकों से सहयोग लेने की बात कही गई है।
डीपीआई के आदेश के बाद जिला स्तर पर समर कैंप की तैयारी चल रही है। सोमवार को बैठक के बाद सभी स्कूलों को निर्देश भेजेंगे। कैंप के लिए जगह का चयन करने और एक्टिविटीज की जानकारी के हिसाब से कैंप की रूपरेखा तैयार होगी। अरविंद मिश्राडीईओ, दुर्ग