प्रदेश काग्रेस कमेटी के सोशल मिडीया पोस्ट में मामले को तंज कसते हुए उठाया गया हैं। विवाद पर
विधायक ईश्वर साहू ने कहा कि विरोधियों के पास कोई मुददा नहीं है, इसलिए इसे मुददा बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए किसी को सफाई देने की जरूरत नही है। कलेक्टर कार्यालय से 9 जुलाई 2025 को जिले के सभी तहसीलदारों को स्वेच्छानुदान राशि 2025 -26 की सूची जारी की गई है।
सूची में 136 हितग्राहियों को 36 लाख 20 हजार की राशि जारी की गई है । 136 हितग्राहियों में बेमेतरा तहसील क्षेत्र के 8 हितग्राही को 2 लाख 90 हजार, साजा तहसील के 118 हितग्राही को 31 लाख 25 हजार, बेरला तहसील के 6 हितग्राही को 1 लाख 35 हजार, थानखम्हरिया तहसील के 3 हितग्राही को 60 हजार, नवागढ़ के 1 हितग्राही को 10 हजार जारी किया जाना दर्शाया गया है। साजा विधायक ईश्वर साहू अब अपने अनुमोदन से जारी किए गए अनुदान की राशि की वजह से घिरते नजर आ रहे हैं,वहीं विधायक साहू ने किसी प्रकार के आरोप को नकार दिया है।
CG Politics: जांच जरूरी है बंटरबाट का: छाबड़ा
स्वेच्छानुदान राशि के वितरण को लेकर विवाद पर विपक्ष की ओर से कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष अशीष छाबड़ा ने कहा कि स्वेच्छानुदान का फंड जरूरतमंदाें के लिए है, पर इस तरह का मिल कर बटरबांट किया जाना ठीक नही है। पूरे मामले की जांच कर कार्यावाही किया जाना चहिए।
एक ही गांव के अनेक हितग्राहियाें को लाभ
सूची के अनुसार स्वेच्छानुदान की राशि ग्राम पतोरा के 9 हितग्राहियाें को जारी हुआ है, जिसमें पिता पुत्र, सगे भाई भी शामिल है। इसी तरह खुरूसबोड़ गांव के 4 हितग्राही, सलधा के 4 हितग्राही है जिसे दो भाई है। ग्राम जेवरा के 7 हितग्राही को राशि जारी हुआ है । ग्राम चोरभटटी गांव के 2 हितग्राही, बिरनपुर गांव के 4 हितग्राही, मासुलगोदी गांव के 2 हितग्राही कोगियाखुर्द गांव के 4 हितग्राही, मासुलगोदी गांव के 2हितग्राही, कोरवाय गांव के 4 हितग्राही हैं। ज्यादातर हितग्राहियों को 15 हजार से लेकर 50 हजार तक दिया गया है।
85 लोगों को इलाज के लिए आर्थिक सहायता
साजा ब्लाक के 123 हितग्राही को 28 लाख 50 हजार रूपए जारी किए गए है जिसमे से 85 को उपचार के लिए 15 हजार से लेकर 40 हजार रुपए तक चेक दिया गया है। इसी तरह 38 हितग्राहियों को 10 हजार से लेकर 30 हजार रूपए तक शिक्षा के नाम पर जारी किया गया है। उपचार व शिक्षा के नाम पर एक ही परिवार के लोगों को लाभ दिया गया है, जिसे लेकर भी विपक्ष के द्वारा सवाल उठाए गए हैं।
पीसीसी ने सोशल मीडिया पोस्ट में बंटरबाट को सामने लाया
प्रदेश काग्रेस कमेटी द्वारा अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में साजा विधायक की अनुशंसा से जारी राशि पर तंज कसा गया है। साथ ही कार्यरतों काम बतते हुए जरूरत मंदो की राशि को साजा में बंटरबाट करने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा है। जानकार बताते है कि मुख्यमंत्री एवं मंत्री की ओर से जारी किए जाने वाला स्वेच्छानुदान राशि का वितरण जरूरतमंदों को किया जाता है। ऐसे व्यक्ति जिन्हें आर्थिक सहायता की जरूरत हो जो विधायक व मंत्री के स्वेच्छानुदान की राशि की मांग कर सकते हैं। राशि की मांग के बाद विधायक की अनुशंसा के बाद हितग्राहियों को आवश्यकतानुसार राशि कलेक्टर के माध्यम से जारी किया जाता है। इसमें यह ध्यान रखा जाना जनप्रतिनिधि का दायित्व है कि जरूरतमंद को सहायता मिले, लेकिन यहां बात ही अलग है।
मुझे सफाई देने की जरूरत नहीं: विधायक साहू
साजा विधायक ईश्वर साहू ने अनुदान राशि जारी करने के लिए किए गए अनुशंसा को लेकर जारी विवाद पर कहा कि मेरे पास सैकड़ों लोग आते हैं चाहे वो कोई भी हो किसी भी पार्टी का हो मैैं उनकी बात सुनता हूं, जो जरूरत बताते हैं व आवेदन देते हैं उनको राशि जारी हुआ है। इसमें मुझे किसी के सामने सफाई देने की जरूरत नही है। विपक्ष के पास मुददा नहीं है, इसलिए इसे मुददा बना रही है।