इन बढ़ती अफवाहों को देखते हुए पुलिस महकमा सतर्क हो गया है। डीआईजी अजय कुमार साहनी ने आम लोगों से अपील की है कि वे इन झूठी बातों पर ध्यान न दें और बिना जांचे-परखे कोई भी जानकारी सोशल मीडिया पर न फैलाएं। कुछ असामाजिक तत्व इस तरह की अफवाहें फैला कर जिले की शांति और सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग जिम्मेदारी के साथ व्यवहार करें।
ड्रोन से जुड़ी सभी सूचना निराधार हुई साबित
डीआईजी अजय कुमार साहनी ने साफ किया कि ड्रोन से जुड़ी वायरल हो रही सूचनाएं अब तक पूरी तरह से निराधार साबित हुई हैं। पुलिस को कहीं से भी इनकी कोई पुष्टि नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को कोई संदिग्ध वस्तु या गतिविधि नजर आए तो तुरंत 112 या नजदीकी थाने को सूचना दें। पुलिस ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति सोशल मीडिया या किसी भी अन्य माध्यम से झूठी व भ्रामक जानकारी फैलाते हुए पकड़ा गया, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जागरूकता अभियान तेज
पुलिस अब इस मामले को लेकर हरकत में आ गई है। सभी थाना क्षेत्रों में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और स्थानीय स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। ग्राम समितियों और डिजिटल वालंटियरों से भी सहयोग लिया जा रहा है ताकि अफवाहों का मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके। साइबर सेल भी पूरी तरह से एक्टिव मोड में है और सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। जो भी भ्रामक कंटेंट सामने आ रहे हैं, उन पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है।
कृषि और पढ़ाई के लिए ड्रोन वैध
डीआईजी ने यह भी स्पष्ट किया कि कृषि कार्यों या तकनीकी पढ़ाई के लिए जिन ड्रोन का प्रयोग मानकों के अनुरूप किया जा रहा है, उनसे घबराने की जरूरत नहीं है। पुलिस की अपील है कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल करें, लेकिन सोच-समझकर। सकारात्मक जानकारी साझा करें, न कि अफवाहें। पुलिस शांति और सुरक्षा के लिए पूरी तरह चौकस है, मगर जनता का सहयोग सबसे जरूरी है।