ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा
बैंक शाखा प्रबंधक ने बताया कि बरेली के रहपुरा चौधरी क्षेत्र निवासी अफसाना (पत्नी अशफाक अहमद) और अमन हुसैन (पुत्र अशफाक अहमद, निवासी इज्जतनगर) ने “इलेक्ट्रॉनिक प्लाजा” नामक एक फर्म के नाम पर दो करोड़ से अधिक का लोन लेने के लिए आवेदन किया।रकम पहुंची पति की फर्म में
बैंक की जांच में यह सामने आया कि इलेक्ट्रॉनिक प्लाजा नाम की यह फर्म पूरी तरह फर्जी थी, और लोन की राशि सीधे “विशाल कम्युनिकेशन” नामक फर्म के खाते में भेज दी गई। यह खाता बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की नई मॉडल कॉलोनी शाखा, बरेली में है।वैल्यू प्लस से मांगी गई पुष्टि
बैंक को संदेह होने पर “वैल्यू प्लस” कंपनी से ईमेल के जरिए संपर्क कर जानकारी मांगी गई। कंपनी ने स्पष्ट कर दिया कि उन्होंने “इलेक्ट्रॉनिक प्लाजा” नामक किसी फर्म को बरेली में कोई एजेंसी नहीं दी है।इन लोगों पर दर्ज हुआ मुकदमा
बैंक द्वारा पूरी जांच के बाद शाखा प्रबंधक ने बहेड़ी थाने में तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 467, 468, 471 और 120B के तहत मुकदमा दर्ज किया है।नामजद आरोपी:
. अफसाना पत्नी अशफाक अहमद, निवासी रहपुरा चौधरी, बरेली. अमन हुसैन पुत्र अशफाक अहमद, निवासी इज्जतनगर, बरेली
. साक्षी सिंह, तत्कालीन लोन अधिकारी, SBI
. शिवम अग्रवाल, पति साक्षी सिंह एवं मालिक, विशाल कम्युनिकेशन