प्रदर्शनकारियों ने पत्रक में लिखा कि टाउन फीडर तीन से जुड़े मालगोदाम चौराहा, भृगु आश्रम, साकेत पूरी, बड़ी मठिया जैसे कई मोहल्लों में लगातार बिजली संकट बना हुआ है। ट्रांसफार्मरों पर अत्यधिक लोड होने के कारण बार-बार तार टूटते हैं, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जन अधिकार मंच के अध्यक्ष अतुल कुमार सिंह ने कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो हम लोग सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को विवश होंगे, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन और विद्युत विभाग की होगी। प्रदर्शन में सभासद ददन यादव, पवन गुप्ता, राजू पांडेय, राधारमण अग्रवाल, प्रदीप रस्तोगी सहित कई लोग शामिल रहे।
इधर, दुबहर क्षेत्र में भी अघोषित विद्युत कटौती और अन्य समस्याओं को लेकर उपभोक्ताओं ने समाजसेवी वरुण सिंह के नेतृत्व में अधिशासी अभियंता (विद्युत वितरण खंड द्वितीय) को पत्रक सौंपा। उन्होंने मांग की कि सहरसपाली फीडर की विद्युत क्षमता बढ़ाई जाए, जर्जर 33 केवीए तारों को तत्काल बदला जाए, बार-बार हो रही ट्रिपिंग पर रोक लगाई जाए, और रात के समय विद्युत उपकेंद्र पर लाइनमैन की ड्यूटी सुनिश्चित की जाए।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि इन मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया गया, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।