इस तरह फर्जीवाड़े के आरोप
शिकायकर्ता मिश्रा ने इस फर्जीवाड़े का प्रमुख सूत्रधार नसीमुद्दीन खान को बताया है। पटवारी इंद्रपाल मड़ावी को गुमराह करते हुए खान ने भूमि का गलत विवरण उपलब्ध कराया और सेवा प्रदाता चंद्रकांत किरनापुरे के माध्यम से मनमुताबिक खसरा नक्शा निकलवा लिया, फिर असली जमींन की जगह दूसरे स्थल की तस्वीरें रजिस्ट्री दस्तावेजों में जोडकऱ फर्जी रजिस्ट्री करवा ली गई।इन पर लगाए गए हैं आरोप
शिकायतकर्ता विजय मिश्रा का आरोप है कि इस षड्यंत्र में कोमिन आमाडारे, भूनेश्वरी बेदरे, सेवा प्रदाता चंद्रकांत किरनापुरे और गवाह नसीमुद्दीन खान ने मिलकर दस्तावेजों की कूट रचना कर ईडी व राज्य सरकार के प्रतिबंधात्मक आदेशों की अवहेलना की है। पूरे मामले की जांच व दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है।भूमि स्वामी कोमिन आमाडारे ने रजिस्ट्री या विक्रय की कोई जानकारी नहीं दी थी, बल्कि नक्शे की मांग लोकसेवा केंद्र में शुल्क अदायगी हेतु की गई थी। यदि मुझे जमींन बिक्री की सूचना दी जाती, तो मै नक्शे में क्रय-विक्रय किए जाने का उल्लेख करता।
इंद्रपाल मड़ावी, पटवारी
कमलचंद सिंहसार, एसडीएम लांजी