Indian Railways: नेपाल बॉर्डर को जोड़ने वाली इस परियोजना को दो चरणों में तैयार किया जा रहा है। पहले चरण में
बहराइच से नानपारा (34.85 किमी) तक का काम पूरा हो चुका है। निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने 25 हजार वोल्ट की नई एसी विद्युतीकृत लाइन, यार्ड प्लान, सिग्नलिंग सिस्टम, प्वाइंट क्रॉसिंग, प्लेटफॉर्म क्लियरेंस, पैनल इंटरलॉकिंग, बैटरी व रिले रूम समेत तमाम सुरक्षा मानकों की जांच की। स्टेशन मास्टर से संरक्षा से जुड़े सवाल भी किए गए। इसके बाद मोटर ट्रॉली से आयुक्त ने बहराइच-नानपारा खंड का निरीक्षण किया। इस दौरान समपार संख्या-43, माइनर ब्रिज 37-38, मेजर ब्रिज 39, कर्व, बैलास्ट कुशन और रिसिया स्टेशन का जायजा लिया गया। रिसिया-मटेरा खंड में समपार संख्या-51, मेजर ब्रिज 43 और अन्य ढांचों की जांच की गई। निरीक्षण में पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) अभय कुमार गुप्ता, मुख्य विद्युत इंजीनियर ओपी सिंह, सिग्नल व दूरसंचार इंजीनियर आरके चौधरी, लखनऊ मंडल के डीआरएम गौरव अग्रवाल समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
आज होगा स्पीड ट्रायल 15 अगस्त से दौड़ेगी की ट्रेन
गुरुवार को नानपारा-बहराइच ट्रैक पर स्पीड ट्रायल होगा। अगर एनओसी मिल गई तो 15 अगस्त से ट्रेनें दौड़ने लगेंगी।
वहीं, परियोजना के दूसरे चरण में नानपारा से नेपालगंज रोड (20.54 किमी) तक ट्रैक निर्माण तेजी से हो रहा है। बड़े पुल का काम पूरा हो चुका है। 10 छोटे पुल, तीन समपार व स्टेशन भवन का कार्य प्रगति पर है। ट्रैक लिंकिंग, विद्युतीकरण और सिग्नलिंग का काम भी तेजी से हो रहा है। इधर, रेल मंत्री ने सांसद डॉ. आनंद गोंड को पत्र लिखकर बताया है कि गोंडा-बहराइच डेमू को अब नानपारा से वाराणसी तक चलाया जाएगा।