घटना
मूल रूप से कंडेरा गांव निवासी वेदपाल ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि उनका 25 वर्षीय बेटा सन्नी शादी के बाद से ही परेशान चल रहा था। एक साल पहले उसकी शादी गढ़ी कांगरान गांव निवासी अंकिता से हुई थी। शुरुआत से ही दोनों के बीच संबंध अच्छे नहीं थे, लेकिन परिवार ने रिश्ते को संभालने की कोशिश की। 22 जुलाई को सन्नी बाइक से हरिद्वार गंगाजल लेने के लिए निकला था। वह जब गढ़ी कांगरान गांव के पास पहुंचा तो रास्ते में पहले से घात लगाए चार लोगों ने उसे रोक लिया। आरोप है कि सन्नी को जबरन पकड़कर गांव के भीतर ले जाया गया, जहां उसकी बेरहमी से पिटाई की गई और बाद में पेट्रोल छिड़ककर उसे आग के हवाले कर दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे परिवारजन झुलसे हुए सन्नी को मेरठ के एक अस्पताल ले गए। हालत ज्यादा बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया, जहां 26 जुलाई को उसकी मौत हो गई।
FIR में नामजद आरोपी
पुलिस को दी गई तहरीर में वेदपाल ने आरोप लगाया है कि सन्नी की पत्नी अंकिता का एक अन्य युवक डॉ. अय्यूब के साथ प्रेम संबंध था। इसी संबंध के चलते सन्नी की हत्या की साजिश रची गई।
FIR में जिन लोगों को आरोपी बनाया गया है, उनके नाम हैं: - अंकिता (पत्नी)
- डॉ. अय्यूब (प्रेमी)
- बेबी (महिला सहयोगी)
- सुशील (चाचा)
पुलिस ने इन चारों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 120B (षड्यंत्र), 147/148 (दंगा और हथियारों से लैस होकर हमला), और 307 (हत्या का प्रयास) में मामला दर्ज कर लिया है।
गांव में तनावपूर्ण माहौल, गिरफ्तारी की मांग पर ग्रामीणों का प्रदर्शन
घटना के बाद गांव में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। ग्रामीणों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए थाना परिसर के बाहर धरना दिया। मृतक के पिता वेदपाल का कहना है कि “जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।” स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस मामले में ढिलाई बरत रही है और आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। कई ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण ही ऐसे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
पुलिस का बयान
थाना प्रभारी का कहना है कि, “हमने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तेज कर दी गई है। आरोपियों की तलाश जारी है और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।” पुलिस के अनुसार मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कई टीमों को दबिश देने के लिए लगाया गया है। गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी कर दी गई है।