ड्रोन की ट्रायल उड़ान के दौरान मौजूद लोग। फोटो: पत्रिका
जयपुर। कई दशक से जलराशि का इंतजार कर रहे जयपुर के रामगढ़ बांध में अब पहली बार कृत्रिम बरसात करवाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। यह पहल देश में अपने आप में अनूठी होगी, क्योंकि इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) की मदद से एयरक्राफ्ट जैसे ड्रोन के जरिए बारिश करवाई जाएगी।
इस तकनीक की औपचारिक लॉन्चिंग 31 जुलाई दोपहर 3 बजे की जाएगी, जिसमें कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीना कृत्रिम वर्षा यंत्रों का आरंभ करेंगे। लॉन्चिंग के साथ ही 14 अगस्त तक ड्रोन की ट्रायल उड़ानें की जाएंगी। इसके बाद वैज्ञानिक ड्रोन के जरिए सोडियम क्लोराइड का छिड़काव करेंगे जिससे बादलों में संघनन की प्रक्रिया तेज होगी और कृत्रिम वर्षा हो सकेगी।
ड्रोन देखने उमड़े स्थानीय लोग
रामगढ़ बांध क्षेत्र में अमरीकी कंपनी की ओर से बीते कई दिनों से तैयारियां की जा रही हैं। मंगलवार को बांध के डाक बंगला के पास ड्रोन की ट्रायल उड़ान की गई, जिसे देखने के लिए स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। कृत्रिम बारिश की तकनीक को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा गया।
नासा और मौसम विभाग से तकनीकी मदद
वैज्ञानिकों की ओर से इस तकनीक में नासा उपग्रह और भारतीय मौसम विभाग के राडार की सहायता से मौसम के आंकड़ों का विश्लेषण किया जा रहा है ताकि ड्रोन उड़ान और छिड़काव के लिए उपयुक्त समय निर्धारित किया जा सके। कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीना ने इस लॉन्चिंग कार्यक्रम में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की है।
Hindi News / Jaipur / Ramgarh Dam: इंतजार होगा पूरा… जयपुर के रामगढ़ बांध में उड़ा ड्रोन, देश में पहली बार होगी कृत्रिम बारिश, जानिए कैसे?