स्कूल की छात्रा आरवी चौहान ने कहा, “पहलगाम की घटना ने हमें अंदर से झकझोर दिया है। हमारे जैसे कई छोटे बच्चे अब अनाथ हो गए हैं। हमें बस अब बदला चाहिए, ताकि फिर किसी मासूम की दुनिया न उजड़े।” वहीं छात्रा वान्या कौशिक ने कहा, “हम शहीदों को श्रद्धांजलि देने यहां आए हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें न्याय मिले और ऐसी घटनाएं फिर कभी न हों।”
स्कूल डायरेक्टर पूनम शर्मा ने कहा, “पहलगाम की इस दर्दनाक घटना से हर भारतीय का खून खौल उठा है। अब यह गुस्सा बच्चों में भी दिखने लगा है। यह समय सिर्फ निंदा करने का नहीं, ठोस कार्रवाई का है। देश को चाहिए कि वो अपने शहीदों और उनके परिजनों को न्याय दिलाए।” बच्चों की यह पहल न सिर्फ एक भावनात्मक संदेश है, बल्कि यह चेतावनी भी है कि देश अब और बलिदान नहीं चाहता, बल्कि सख्त जवाब चाहता है।