scriptगंभीरा हादसा : 10 दिन बाद भी पुल पर लटक रहा टैंकर, हटाने को सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे मालिक-चालक | Patrika News
अहमदाबाद

गंभीरा हादसा : 10 दिन बाद भी पुल पर लटक रहा टैंकर, हटाने को सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे मालिक-चालक

हर महीने एक लाख रुपए की बैंक किश्त देनी पड़ती है, नया पुल बनने तक टैंकर का इंतजार करना होगा आणंद. वडोदरा-आणंद जिलों को जोड़ने वाले गंभीरा पुल का स्लैब टूटने के 10 दिन बाद भी पुल पर लटका टैंकर हटाने के लिए मालिक, चालक सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहा है।9 जुलाई को हुए […]

अहमदाबादJul 19, 2025 / 10:14 pm

Rajesh Bhatnagar

हर महीने एक लाख रुपए की बैंक किश्त देनी पड़ती है, नया पुल बनने तक टैंकर का इंतजार करना होगा

आणंद. वडोदरा-आणंद जिलों को जोड़ने वाले गंभीरा पुल का स्लैब टूटने के 10 दिन बाद भी पुल पर लटका टैंकर हटाने के लिए मालिक, चालक सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहा है।
9 जुलाई को हुए हादसे में तीन ट्रकों सहित कई वाहन गंभीरा पुल से महीसागर नदी में गिर गए थे। इस हादसे में 20 लोगों की मौत हो गई और एक युवक अब तक लापता है।
पुल पर लटक रहे टैंकर के चालक रवींद्र कुमार ने कहा कि मैं अहमदाबाद से टैंकर खाली कर दहेज जा रहा था। सामने से एक टैंकर आ रहा था और मेरे आगे एक कार जा रही थी। वहां से पुल का स्लैब अचानक टूट गया। दो सेकंड में पुल का स्लैब नदी में गिर गया। सामने से आ रहे टैंकर ने मेरे टैंकर को टक्कर मार दी और वह टैंकर नदी में गिर गया।
मैंने हैंड ब्रेक लगाकर टैंकर को रोका। मैं कूदकर टैंकर से बाहर आ गया और बेहोश हो गया था। मैंने दो-तीन घंटे बाद परिवार से संपर्क किया। परिवार को पता चला कि मैं यह टैंकर चला रहा था। बाद में पुलिस मुझे पुलिस स्टेशन ले गई। मुझे नहीं पता था कि वहां क्या हुआ था। मैं प्रशासन से अपील करता हूं कि टूटे पुल पर लटके टैंकी को वहां से हटा दे। ताकि टैंकर चलाकर हम अपना जीवन यापन कर सकें।
अंकलेश्वर की एक रोडलाइंस के टैंकर मालिक रमाशंकर पाल ने कहा कि आणंद के सरकारी कार्यालय के अधिकारी वडोदरा को दोष दे रहे हैं और वडोदरा के अधिकारी आणंद को दोष दे रहे हैं। हम आणंद और वडोदरा के सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाकर थक गए हैं।
एक अधिकारी ने जवाब दिया कि टैंकर तब मिलेगा जब नया पुल बनेगा और पुराना पुल तोड़ दिया जाएगा। एक अन्य अधिकारी ने जवाब दिया कि सेना से भी हेलीकॉप्टर से टैंकर को हटाने का अनुरोध किया गया है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि यह हादसा आपके टैंकर की वजह से हुआ है।
चालक का फोन आते ही मैं तुरंत मौके पर पहुंचा। 10 दिन बाद भी मुझे मेरा वाहन नहीं मिला। सौभाग्य से मेरे टैंकर का चालक बच गया। इस टैंकर पर मेरा कर्ज है और हर महीने एक लाख रुपए की बैंक किस्त आती है। अगर टैंकर चलेगा तो मैं बैंक की किस्त चुका पाऊंगा। अब हमें नया पुल बनने तक टैंकर का इंतजार करना होगा। मैंने कलक्टर को ज्ञापन सौंपा है और सोमवार को उनसे मिलने की बात कही है।

Hindi News / Ahmedabad / गंभीरा हादसा : 10 दिन बाद भी पुल पर लटक रहा टैंकर, हटाने को सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे मालिक-चालक

ट्रेंडिंग वीडियो