उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के मार्गदर्शन में घरों से कूड़ा एकत्र करने और फिर उसे पांच तरह से अलग करने की व्यवस्था की गई है। शहर में घरों से कूड़े का संग्रह करने के लिए 1850 वाहन प्रतिदिन कार्यरत रहते हैं।
कूड़े से बनाई जा रही खाद और सड़कें
मनपा आयुक्त बंछानिधि पाणि ने बताया कि शहर में प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले कूड़े से बिजली उत्पन्न करने के साथ-साथ खाद भी बनाई जा रही है। इसके अलावा कूड़े का उपयोग धोलेरा रोड को बनाने में भी किया गया है। उन्होंने कहा कि कूड़े से कंचन बनाने का काम मनपा की ओर से किया जा रहा है। बिजली बनाने के प्लांट से प्रतिदिन लगभग एक हजार टन कूड़े का उपयोग किया जाता है। इतना ही नहीं शहर में प्रतिदिन धार्मिक और पूजापाठ के लिए इस्तेमाल होने वाले फूलों से भी खाद बनाई जा रही है। मनपा के इन कदमों से कूड़े का प्रतिदिन निराकरण होने शहर स्वच्छ बन रहा है। उन्होंने कहा कि शहर को स्वच्छ रखना किसी एक विभाग नहीं बल्कि सभी लोगों का सामूहिक दायित्व है।