क्यों बना रूस का ईंधन व्यापार युद्ध का इंजन ?
रूस के लिए तेल और गैस की बिक्री राजस्व का लगभग एक-तिहाई और कुल निर्यात का 60% से अधिक हिस्सा है। फरवरी 2022 में पूर्ण हमले की शुरुआत के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने रूसी तेल और गैस पर प्रतिबंध तो लगाए, लेकिन यूरोपीय संघ ने गैस पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं लगाया।
हंगरी, स्लोवाकिया और तुर्की के रास्ते यूरोप को दी जा रही गैस शामिल
CREA (Centre for Research on Energy and Clean Air) के अनुसार, रूस को सबसे अधिक लाभ यूरोपीय संघ के देशों से हुआ, जहां से 209 अरब यूरो की कमाई हुई। इनमें हंगरी, स्लोवाकिया और तुर्की के रास्ते होते हुए यूरोप को दी जा रही गैस शामिल है, जिसमें 2025 की शुरुआत में 26.77% की वृद्धि दर्ज की गई।
यूक्रेन अब भी लड़ रहा है, लेकिन संसाधनों में पीछे
दूसरी ओर, यूक्रेन को अमेरिका और यूरोपीय सहयोगियों से मिली सहायता कुल रूसी ऊर्जा राजस्व का एक तिहाई भी नहीं है। विश्लेषकों का कहना है कि इस असमानता ने युद्ध की अवधि को बढ़ाया है और रूस को वित्तीय शक्ति के साथ सैन्य बढ़त दी है।
अभियानकर्ताओं की चेतावनी: “रोकें ये ऊर्जा आय!”
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार और शांति अभियान समूहों ने पश्चिमी देशों से मांग की है कि वे रूसी जीवाश्म ईंधन की खरीद को पूरी तरह बंद करें। वे कहते हैं कि जब तक यह आर्थिक जीवनरेखा बंद नहीं होती, तब तक युद्ध को समाप्त करना कठिन है। (एक्सक्लूसिव इनपुट क्रेडिट: सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA)।)
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