“दुनिया को 30 साल पहले….”
भारतीय डिप्लोमैट विक्रम दोराईस्वामी, यूके में भारत के उच्चायुक्त के रूप में कार्यरत हैं। एक इंटरव्यू के दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर बात करते हुए विक्रम ने कहा, “अगर पाकिस्तान को ऐसा कहने से खुशी मिलती है कि पहलगाम आतंकी हमले में उन्होंने कुछ नहीं किया है, तो वो इसे मामले को आगे न बढ़ाने के लिए एक मौके के तौर पर इस्तेमाल कर सकते थे। लेकिन पाकिस्तान ने लगातार इस मामले को आगे बढ़ाया। दुनिया को पिछले 30 सालों में पाकिस्तान को अपने देश में आतंकी ढांचे को खत्म करने के लिए मजबूर करना चाहिए था, लेकिन ऐसा कभी नहीं किया।”
“पाकिस्तानी सेना और आतंकी मिले हुए हैं”
विक्रम ने खूंखार आतंकी हाफ़िज़ अब्दुल रऊफ अज़हर (Hafiz Abdul Rauf) की एक फोटो भी दिखाई और कहा, ” हाफिज़, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत द्वारा मारे गए आतंकियों के अंतिम संस्कार में मारे गए आतंकियों के लिए प्रार्थना करवा रहा था। इस अंतिम संस्कार में सेना के अधिकारी भी शामिल थे। इससे पता चलता है कि सेना और आतंकी मिले हुए हैं।”
“भारत ने की सटीक कार्रवाई”
विक्रम ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बात करते हुए कहा, “भारत ने पाकिस्तान में नागरिकों के ठिकानों को निशाना नहीं बनाया। हमने सोच-समझकर, सटीक, लक्षित, उचित और मध्यम कार्रवाई की।”
“अगर पाकिस्तान रुक जाए तो खत्म हो जाएगा मामला”
विक्रम ने आगे कहा, “पाकिस्तान लगातार भारत के सैन्य ठिकानों के साथ ही नागरिक ठिकानों पर भी हमला कर रहा है। हम सिर्फ अपनी रक्षा कर रहे हैं और पाकिस्तान के हमले का जवाब दे रहे हैं। अगर पाकिस्तान रुक जाए, तो यह मामला खत्म हो जाएगा।”
“अगर पाकिस्तान नहीं माना तो हम दे सकते हैं कड़ी सज़ा”
विक्रम ने पाकिस्तान को चेतावनी भी दी। विक्रम ने कहा, “अगर पाकिस्तान नहीं मानता है और अपनी हरकतें जारी रखता है, तो हम उन्हें कड़ी सज़ा दे सकते हैं। हममें इतनी क्षमता है।”