F-16 फाइटर जेट ने खदेड़ा
राष्ट्रपति ट्रंप इस समय वहां छुट्टियां मना रहे हैं, जिसके चलते इस इलाके को अस्थायी रूप से उड़ानों के लिए बंद किया गया था। अमेरिकी डिफेंस एजेंसी NORAD ने तुरंत एक एफ-16 जेट को अलर्ट कर उड़ान भरवाई, जिसने घुसपैठ करने वाले विमान को इलाके से बाहर निकाला।
NORAD ने कहा- विमान से कोई खतरा नहीं
NORAD ने बताया कि जांच में पता चला कि घुसपैठ करने वाले विमान से किसी तरह का खतरा नहीं था। स्थिति शांतिपूर्वक नियंत्रण में ले ली गई और राष्ट्रपति ट्रंप की सुरक्षा में कोई समझौता नहीं हुआ। राष्ट्रपति की सुरक्षा के दौरान उनके मौजूद इलाके में नो-फ्लाई जोन बनाया जाता है ताकि किसी भी तरह की सुरक्षा चूक को रोका जा सके। इस तरह के इलाके में उड़ान भरने पर पायलट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।
F-16 ने ‘हेडबट मूव’ कर रोका विमान
अधिकारियों के मुताबिक, एफ-16 लड़ाकू विमान ने नागरिक विमान का ध्यान खींचने के लिए हेडबट मूव का इस्तेमाल किया। इसमें फाइटर जेट नागरिक विमान के ठीक आगे से तेजी से उड़ान भरता है ताकि पायलट सतर्क हो जाए। इस मूव के बाद पायलट ने विमान को कंट्रोल में लिया और नो-फ्लाई जोन से बाहर निकल गया। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान किसी तरह की झड़प या अनियंत्रित स्थिति पैदा नहीं हुई। हाल के हफ्तों में बढ़े ऐसे मामले
NORAD ने कहा कि हाल के हफ्तों में इस तरह की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। कई पायलट बिना नो-फ्लाई जोन की जानकारी लिए उड़ान भर रहे हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड में रहना पड़ रहा है। NORAD ने पायलटों से अपील की है कि वे उड़ान भरने से पहले NOTAM (Notice to Air Missions) और अन्य उड़ान प्रतिबंधों की जानकारी जरूर लें, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
मार्च में भी सामने आया था ऐसा मामला
गौरतलब है कि मार्च 2025 में भी एक नागरिक विमान ने फ्लोरिडा स्थित ट्रंप के निवास के ऊपर बने प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र में घुसपैठ कर दी थी। उस समय भी अमेरिकी एयरफोर्स ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उस विमान को बाहर निकाल दिया था। NORAD ने दोहराया है कि राष्ट्रपति की मौजूदगी के दौरान बनाए गए नो-फ्लाई जोन का उल्लंघन गंभीर सुरक्षा चूक है और इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।