यदि वास्तु नियमों के अनुरूप घर के आसपास पेड़ पौधे लगे हों तो या आपके जीवन में सकारात्मकता लाते हैं और जीवन को खुशनुमा बनाते हैं। वहीं अनुपयुक्त दिशा में लगे पेड़ पौधे आपकी मुसीबत बढ़ा सकते हैं। इससे धन जन के नाश समेत कई परेशानियां जीवन में आती हैं। ऐसे में आइये जानते हैं उन 10 पेड़ों के बारे में जो आपकी तरक्की या परेशानी का माहौल तैयार करते हैं।
घर के पास न लगाएं कंटीले पेड़ पौधे
वास्तु शास्त्र के अनुसार मकान, मंदिर या अन्य वास्तु के आसपास सुंदरता बढ़ाने के लिए पौधारोपण किया जाता है या कई बार निर्माण से पहले ही ये लगे होते हैं। लेकिन यदि ये वास्तु नियमों के अनुरूप नहीं हैं तो हटा देने चाहिए, क्योंकि ये सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर आपके जीवन को प्रभावित करते हैं। आइये जानते हैं घर के पास कैसे पेड़ पौधे होने चाहिए या नहीं होने चाहिए …घर के पास लगे हैं ऐसे पेड़ पौधे तो तत्काल हटा दें, देखें टेबल
घर के पास पेड़ | फल |
घर के पास कंटीले वृक्ष | शत्रु भय |
दूधवाले वृक्ष | लक्ष्मी नाश |
द्वार के मध्य में नीम | असुरप्रिय |
दोष निवारण के लिए लगा सकते हैं ये पेड़ पौधे
वास्तु ग्रंथ वाराही संहिता की मान्यता है कि ऐसे वृक्षों की लकड़ी भी काम में नहीं लेनी चाहिए और ऊपर की टेबल में बताए गए पेड़ पौधे हटाना मुश्किल हो तो इसके नुकसान को देखते हुए घर छोड़ देना अच्छा है या दोष निवारण के लिए घर के पास नागकेसर, अशोक, अरीठा, बकुल, केसर, पनस, शमी या शालि जैसे सुगंध वाले पौधे लगा देना चाहिए।
यह भी मान्यता है कि द्वार के बीच में नीम का पेड़ नहीं होना चाहिए, क्योंकि ऐसी स्थिति असुरों को प्रिय होती है और नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होगी।
आइये जानते हैं अलग-अलग स्थानों पर वृक्षों के रहने का फल
वृक्ष | दिशा | फल |
पीपल | पूर्व | भय |
पाकर | दक्षिण | पराभव |
बड़ | पश्चिम | राजकीय परेशानियां |
उदुम्बर | उत्तर | नेत्ररोग |
बड़ | पूर्व | शुभ, मनोरथ पूरक |
उदुम्बर | दक्षिण | शुभ |
पीपल | पश्चिम, दक्षिण | शुभ |
पाकर | उत्तर | शुभ, पुत्र, धन–धान्य प्राप्ति |
पुष्प वाटिका | आग्नेय, दक्षिण, नैऋत्य | क्लेश, मानसिक संताप |
पुष्प वाटिका | पश्चिम, उत्तर, पूर्व | पुत्र, धन–धान्य वृद्धि |