लोगों का आवागमन बाधित हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि पानी निकासी का इंतजाम अच्छी तरह नहीं किया गया था। इसके चलते सडक़ एक बड़ा हिस्सा नीचे धंस गया। कोहका से बरहाई, छुहाई होते हुए नवसेमर तक सडक़ पर जगह-जगह गहरे गड्ढे थे। मेंटेनेंस के लिए कई बार नागरिकों ने प्रशासन के समक्ष आवाज भी उठाई थी। कुछ महीने पहले कोहका से आईटीआई मार्ग का मेंटेनेंस हुआ लेकिन खराब सडक़ों के रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया गया। पूर्व में शहपुरा से नौरोजाबाद जाने का पारंपरिक मार्ग पिनौरा, महुरा, देवरी होकर घुलघुली तक था। अब कंचन ओपन माइंस के विस्तार के चलते खदान का हिस्सा बन चुका है। इसके बाद छुहाई होकर जाने वाली गांव की सडक़ को ही मुख्य मार्ग के रूप में उपयोग किया जा रहा है, जिस पर दिन-रात भारी वाहन, बसें और डंपर चलते हैं।
यह दबाव सडक़ की स्थिति को और बदतर बना रहा है। मार्ग बाधित होने से छुहाई के आगे बसें नहीं जा पा रही हैं जिससे ग्रामीणों और रोज यात्रा करने वालों को भारी दिक्कतें हो रही हैं। बारिश के मौसम में दोपहिया वाहन भी सुरक्षित नहीं हैं। यात्रियों का कहना है कि सडक़ की मरम्मत में लापरवाही बरती गई है, जिसका खामियाज़ा अब आम जनता भुगत रही है।