बता दें कि उन्होंने परिजनों को लालच दिया तथा खाली स्टाम्प पर हस्ताक्षर करवाने का दबाव बनाया। इनकार करने पर उन्होंने वॉइस कॉल और मैसेज के जरिए धमकियां दी। डरे सहमे परिवार ने कलेक्टर, एसपी के समक्ष पेश होकर घटनाक्रम बताया। एसपी के आदेश पर वल्लभनगर थाने में मामला दर्ज हुआ। पुलिस ने रुण्डेडा निवासी दीपक मेनारिया की रिपोर्ट पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
लगातार मैसेज कर उलझाते रहे
गांव पहुंचने के बाद रात करीब 10 बजे व्हाट्सएप मैसेज किया। दोबारा घर आने की बात लिखी। इसके बाद भी मैसेज और ऑडियो रिकॉर्डिंग भेजने का क्रम जारी रहा। पीड़ित परिवार की मदद की बात कहते हुए खुद को दिल्ली के एडवोकेट होना बताया।
बॉइंग की ओर से जारी फंड को लेकर वेरिफिकेशन की बात कही। इसी बीच धमकी भरे मैसेज भी भेजे। आरोपियों ने दबाव डालते हुए कुछ दस्तावेज भी भेजे। पीड़ित परिवार ने 19 जुलाई को पुलिस से मदद मांगी।
अगले दिन पहुंच गए पीड़ित के घर
कॉल आने के अगले ही दिन 18 जुलाई को रात 7:45 बजे के गुजरात रजिस्ट्रेशन नंबर की गाड़ी में एक महिला व पुरुष परिवादी के घर रुण्डेडा पहुंच गए। मृतक की पत्नी को भ्रमित करने लगे तो उसने बेटे दीपक को सूचना दी। बताया कि आरोपियों ने स्वयं को सुप्रीम कोर्ट से आना बताया और दबाव बनाया कि दस्तावेजों पर अंगूठा निशानी एवं हस्ताक्षर कर दो।
पूछताछ की गई तो कहा कि अमेरिका में बॉइंग पर केस करना है। परिवादी ने कहा कि बॉइंग, एयर इंडिया एवं भारत सरकार एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी के विरुद्ध में स्वयं केस करूंगा तो आरोपियों ने जबरन हस्ताक्षर के लिए दबाव डाला। हस्ताक्षर नहीं करने पर वे वापस चले गए।