scriptराजस्थान: थानेदार ने खुद के खर्चे से स्कूल में बनवाए दो कमरे, हर तरफ हो रही तारीफ | sub inspector built two rooms in the school at his own expense | Patrika News
टोंक

राजस्थान: थानेदार ने खुद के खर्चे से स्कूल में बनवाए दो कमरे, हर तरफ हो रही तारीफ

पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद थानेदार हेमंत जनागल बालिका विद्यालय में पहुंचे थे। उन्होंने विद्यालय परिसर में खाली पड़ी जगह में दो कक्षा कक्ष का निर्माण कार्य शुरू करवाया।

टोंकJul 30, 2025 / 08:22 pm

Santosh Trivedi

hemant si

दूनी थानाधिकारी हेमंत जनागल। Photo- Patrika

राजमहल। टोंक जिले के सरकारी स्कूलों के बदहाल भवनों को लेकर भामाशाह आगे आने लगे हैं। राजस्थान पत्रिका की ओर से प्रकाशित खबरों के बाद भामाशाह कई प्रकार के काम कराने लगे हैं। ऐसा ही कुछ निर्माण करा रहे हैं दूनी थाना प्रभारी हेमंत जनागल।

संबंधित खबरें

राजस्थान पत्रिका की खबर से प्रेरित होकर वे कस्बे के शहीद मिश्री लाल मीणा राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में पहुंचे, जहां बालिकाएं पेड़ की छांव के साथ ही क्षतिग्रस्त टीनशैड के नीचे पढ़ाई करती दिखाई दी।
इस पर थाना प्रभारी ने भामाशाह बनकर बालिकाओं के लिए कक्षा कक्ष निर्माण की ठान ली। कुछ दिनों बाद उन्होंने ने टीनशैड हटवाकर निर्माण कार्य शुरू कराया। बीच-बीच में तनख्वाह के आर्थिक परेशानी के बाद भी निर्माण कार्य जारी रखा जो अभी भी जारी है।
school bhagan
Photo- Patrika
अब कक्षा-कक्ष के दीवारों पर प्लास्टर व कीवाड खिड़कियों का कार्य होना है। इधर जनागल ने बताया कि कुछ भामाशाहों का सहयोग भी मिला है। कुछ तनख्वाह से निर्माण कार्य जारी है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका ने गत 21 नवम्बर 2024 के अंक में स्मार्ट स्कूलों के दौर में फर्श पर सरकारी शिक्षा शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था।
इसके बाद कई समाचार स्कूलों के हालात को लेकर प्रकाशित किए गए। इधर, शहरी क्षेत्रों के सरकारी विद्यालय में भामाशाहों की बदौलत भले ही हालात सही नजर आते हैं। लेकिन गांवों में आज भी सरकारी विद्यालय सुविधाओं के लिए मोहताज है।

खुले में पढ़ाई देख जागा जमीर

पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद जनागल बालिका विद्यालय में पहुंचे थे। जहां एक तरफ टूटे जंग खाए टीनशैड लगे थे तो दूसरी ओर भीषण गर्मी में पेड़ की छांव में बालिकाएं की कक्षाएं चल रही थी। ऐसे में थाना प्रभारी का जमीर जाग उठा और उन्होंने विद्यालय परिसर में खाली पड़ी जगह में 27 गुणा 20 साइज में दो कक्षा कक्ष का निर्माण कार्य शुरू करवाया। जिसका निर्माण कार्य लगभग पूर्ण होने के कगार पर है।

इनका कहना है

राजस्थान पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद राजकीय कार्य से राजमहल पहुंचकर देखा तो बालिकाओं के बैठने की व्यवस्था अस्त व्यस्त थी। ऐसे में भामाशाहों के साथ निजी खर्च से विद्यालय में कक्षा कक्ष निर्माण करवाया है। इससे पत्रिका की भूमिका भी अहम रही है। पत्रिका हमेशा जनहित कार्य में सबसे आगे रहा है।
– हेमंत जनागल थानाधिकारी पुलिस थाना दूनी।

Hindi News / Tonk / राजस्थान: थानेदार ने खुद के खर्चे से स्कूल में बनवाए दो कमरे, हर तरफ हो रही तारीफ

ट्रेंडिंग वीडियो