इस मामले में तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिला उपभोक्ता आयोग ने महेश बाबू को कानूनी नोटिस भेजा है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि जिस रियल एस्टेट कंपनी के प्रचार में महेश बाबू जुड़े थे, उसी पर यह धोखाधड़ी करने का आरोप है।
पहले भी कर चुके हैं प्रमोशन
महेश बाबू पहले भी कई रियल एस्टेट ब्रांड्स के साथ जुड़े रहे हैं। डॉक्टर का आरोप है कि महेश बाबू की छवि और प्रचार से प्रभावित होकर ही उन्होंने इस निवेश का फैसला किया था। इससे पहले अप्रैल 2025 में ईडी ने महेश बाबू से साई सूर्या डेवलपर्स और सुराना ग्रुप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ कर चुकी है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, साई सूर्या डेवलपर्स के मालिक कंचरला सतीश चंद्र गुप्ता पर ग्रीन मीडोज नाम के एक प्रोजेक्ट में काम पूरा न करने का आरोप है और उनके खिलाफ जांच चल रही है।
इस प्रोजेक्ट के ब्रांड एंबेसडर महेश बाबू थे। बताया जा रहा है कि उन्हें इसके लिए 5.9 करोड़ रुपये चेक और नकद में दिए गए थे। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि महेश बाबू के खिलाफ कोई जांच नहीं हो रही है। यह भी संभव है कि उन्हें इस घोटाले की जानकारी नहीं थी और उन्होंने अनजाने में इस प्रोजेक्ट का प्रचार किया हो।
महेश बाबू की टीम ने अब तक नहीं दिया जवाब
अभी तक महेश बाबू या उनकी टीम ने इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया है। अब देखना ये है कि महेश बाबू इस मामले में क्या सफाई देते हैं और आगे जांच में क्या निकलकर सामने आता है। अगर बात करें उनके काम की, तो वह आखिरी बार साल 2023 में आई फिल्म ‘गुंटूर करम’ में नजर आए थे। इन दिनों वह अपनी अगली फिल्म ‘एसएसएमबी 29’ की शूटिंग में व्यस्त हैं।