बताया गया कि जिले में 1 लाख 80 हजार उपभोक्ता के करीब उज्ज्वला और 70 हजार के करीब सामान्य उपभोक्ता दर्ज है। 50 फीसदी गैस उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक अपने कनेक्शन की ई केवाईसी नहीं कराई है। आगामी दिनों में वे अब परेशानी में आ सकते हैं। यदि समय पर ई केवाईसी नहीं कराई तो सब्सिडी रुकने के साथ ही कनेक्शन निरस्त होने का खतरा भी बना है।
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बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्र में प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन दिए गए है। कई उपभोक्ताओं ने एक ही बार सिलेंडर की रिफिल करवाई है। अब ऐसे उपभोक्ताओं की ई केवाईसी कराने के लिए कंपनी के एजेंट खोज रहे है। इसके बाद भी ई केवाईसी नहीं हो पा रही है। जिले में घरेलू गैस उपभोक्ताओं की ई केवाईसी पिछले चार महीने से की जा रही है, लेकिन अभी तक केवल 50 फीसदी उपभोक्ताओं ने ही ई केवाईसी कराई है।
एचपी, इंडेन और भारत गैस के करीब 2 लाख 50 हजार से अधिक उपभोक्ता है। यदि निर्धारित समय सीमा तक ई केवाईसी नहीं कराई जाती है तो ऐसे उपभोक्ताओं की गैस सब्सिडी रोक दी जाएगी और उनका गैस कनेक्शन भी निरस्त हो सकता है।
दिए जाएंगे निर्देश
जिले में तीन कंपनियों के गैस उपभोक्ता दर्ज है। इन सभी के उपभोक्ता ढाई लाख के करीब है। आज तक 50 फीसदी ई केवाईसी हो चुकी है। बाकी की ई केवाईसी कराने के निर्देश दिए जाएंगे। जिन्होंने ई केवाईसी करा ली है, उनकी सब्सिडी बराबर आएंगी और बाकी को योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा।- अनुज कुमार सिंह, मैनेजर सेल्स बीपीसीएल सतना।
ऐसे कराएं ई केवाईसी
उपभोक्ता ई केवाईसी प्रक्रिया के तहत उपभोक्ताओं को अपने कनेक्शन नंबर के साथ आधार कार्ड एजेंसी पर ले जाना है। एजेंसी पर उपलब्ध सॉफ्टवेयर की मद्द से फेस रिकग्निशन, फिंगरप्रिंट या आईरिस स्कैन के द्वारा सत्यापन किया जाता है। केवल मोबाइल ओटीपी से किया गया केवाईसी मान्य नहीं है। अनिवार्य रूप से एजेंसी पर उपस्थित होकर बायोमेट्रिक आधारित ई केवाईसी कराएं।