सुरजेवाला ने कहा – नेतृत्व परिवर्तन की कोई बात नहीं (CM leadership change Karnataka)
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला को बेंगलुरु भेजा गया है, ताकि वे पार्टी में मची उथल-पुथल संभाल सकें। उन्होंने मीडिया से साफ कहा कि विधायकों के साथ हुई बातचीत में मुख्यमंत्री बदलने की कोई चर्चा नहीं हुई है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार भी मौजूद थे।
शिवकुमार बोले – विधायक मेरी पैरवी न करें
बाद में एक टीवी चैनल से बातचीत में डीके शिवकुमार ने कहा, “मैं नहीं चाहता कि विधायक मेरे लिए बोलें। सभी का ध्यान 2028 में कांग्रेस को सत्ता में बनाए रखने पर होना चाहिए।”
शिवकुमार को 100 विधायकों का समर्थन ?
कांग्रेस विधायक इकबाल हुसैन ने दावा किया है कि 138 में से करीब 100 विधायक डीके शिवकुमार के साथ हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर मुख्यमंत्री नहीं बदला गया तो कांग्रेस दोबारा सत्ता में नहीं आ पाएगी।
सिद्धारमैया बोले – सरकार चट्टान की तरह मजबूत
सिद्धारमैया ने सभी अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि “कांग्रेस की सरकार अगले पांच साल तक चट्टान की तरह मजबूत रहेगी।” उनके साथ मौजूद डीके शिवकुमार ने भी दोहराया कि “यह सरकार पांच साल तक ‘बंदे’ की तरह मजबूत रहेगी।” गौरतलब है कि सिद्धारमैया को उनके समर्थक ‘बंदे’ (पत्थर) कहकर बुलाते हैं।
क्या दोनों नेताओं में सब कुछ ठीक है ?
जब मीडिया ने दोनों नेताओं के रिश्तों पर सवाल किया तो सिद्धारमैया ने शिवकुमार का हाथ पकड़कर कहा, “हमारे बीच अच्छे संबंध हैं। हम दूसरों की बातें नहीं सुनते।”
सीएम पद को लेकर खींचतान की शुरुआत कहां से हुई ?
सन 2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत के बाद ही यह विवाद शुरू हो गया था। उस समय शिवकुमार को मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना गया था, लेकिन पार्टी हाईकमान ने उन्हें उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष बना दिया। रिपोर्टों के मुताबिक, मुख्यमंत्री पद को रोटेशन के तहत बांटने की बात हुई थी, लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।
मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चा (Congress internal politics)
सूत्रों के मुताबिक, कर्नाटक कांग्रेस में जल्द बड़ा फेरबदल हो सकता है। सिद्धारमैया चाहते हैं कि सरकार के शेष कार्यकाल में उनकी स्थिति और मजबूत की जाए, जबकि डीके शिवकुमार फिलहाल किसी भी बदलाव के पक्ष में नहीं हैं।