सेमिनार में वक्ताओं ने तृतीय श्रेणी शिक्षकों के लिए स्थाई स्थानांतरण नीति लागू करने, नई शिक्षा नीति 2020 में संशोधन करने, पुरानी पेंशन योजना को बहाल रखने एवं पीएफआरडीए बिल को रद्द करने जैसी प्रमुख मांगों को लेकर राज्य सरकार पर दबाव बनाने की बात कही। साथ ही शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त रखने की मांग भी प्रमुखता से उठाई गई।
कार्यक्रम में वरिष्ठ उपाध्यक्ष बाबूलाल गुर्जर, संयुक्त कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष नरेन्द्र यादव, संघर्ष समिति सीकर के जिला संयोजक हरफूल बगडिय़ा, ब्लॉक अध्यक्ष बहादुरमल सैनी, ब्लॉक मंत्री विकास मीणा और सुरेन्द्र सैनी सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे। सभी ने सरकार से शिक्षकों की समस्याओं के समाधान की मांग की और चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं की गई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
कार्यक्रम में धर्मेन्द्र यादव, सांवरमल सैनी, मुन्नी मीणा, राजू देवी, मीनाक्षी देवी, मुकेश जांगिड, गुरुदत्त शर्मा, बाबूलाल भारद्वाज, इन्द्राज सैनी, पंकज गुर्जर, सुभाष सैनी, वेद प्रकाश यादव सहित कई शिक्षकों की अहम भूमिका रही। सेमिनार के समापन पर सभी शिक्षकों ने प्रस्तावित पैदल कूच को सफल बनाने का संकल्प लिया और एकजुट होकर आगे बढ़ने का आह्वान किया।