यह मामला जमुनहा तहसील क्षेत्र के हरदत्त नगर गिरंट का है, जहां गाटा संख्या 2430 राजस्व अभिलेखों में खाद गड्ढे की भूमि के रूप में दर्ज थी। इस सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर पक्का निर्माण करा लिया गया था और जामिया रजविया शम्सुल उलूम के नाम से एक मदरसा संचालित किया जा रहा था। अभियान के तहत हुई जांच में यह पाया गया कि मदरसा न केवल खाद गड्ढे की भूमि पर बना है, बल्कि यह बिना किसी मान्यता के चलाया जा रहा था। रविवार को प्रशासनिक टीम ने मौके पर पहुंचकर इस अवैध मदरसे को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया।
संभल में मुस्लिम समुदाय ने खुद हटाई अवैध मस्जिद
इससे पहले शनिवार को संभल के मोहल्ला लक्ष्मनगंज में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जहां नगर पालिका की जमीन पर बनी एक मस्जिद को हटाने के लिए स्थानीय लोगों ने खुद ही कदम उठाए। पुलिस, पीएसी और आरएएफ की मौजूदगी में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मजदूरों के साथ मिलकर मस्जिद को तोड़ना शुरू कर दिया। दरअसल, पालिका की ओर से अवैध कब्जे हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया था, जिसकी समय-सीमा शुक्रवार को समाप्त हो गई थी। शनिवार सुबह एसडीएम विनय मिश्रा, सीओ अनुज चौधरी, प्रभारी निरीक्षक, ईओ और भारी पुलिस बल दो जेसीबी लेकर मौके पर पहुंचे थे। प्रशासन की सख्ती को देखते हुए, मस्जिद पक्ष के लोगों ने खुद ही शाम तक मस्जिद ध्वस्त करने का अनुरोध किया और इसके बाद उन्होंने मजदूर लगाकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। सीओ अनुज चौधरी ने स्पष्ट कर दिया था कि यदि मस्जिद शाम तक नहीं हटाई जाती है, तो रविवार से पालिका स्वयं कार्रवाई करेगी।