सोनाडोंगरी निवासी 46 वर्षीय राजेन्द्र यादव ने एक साल पहले सडक़ हादसे में अपना पैर गंवा दिया। तब से वह वैशाखी से चल रहे थे। सोमवार को उनके पैर में कृत्रिम अंग लग गया। जिससे वे आमलोगों की तरह ही चलने लगे। उनके खुशी का ठिकाना नहीं था। इसी तरह धारना निवासी 65 वर्षीय कन्हैया गिरी का बीमारी के चलने 15 वर्ष पहले पैर कट गया था। उनके पास कृत्रिम अंग था, लेकिन पुराना हो चुका था। उन्हें भी शिविर में उपकरण प्रदान किया गया।
भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण एलिम्कों जबलपुर के सहयोग से सिवनी जनपद एवं सिवनी नगरीय निकाय के 164 एवं बरघाट जनपद के 109 चिन्हित दिव्यांगों को सहायक उपकरण और कृत्रिम अंग निशुल्क वितरित किया गया। साथ ही शिविर में 36 मोट्राइज्ड ट्राइसाइकिल, 76 ट्राइसाइकिल, 61 व्हीलचेयर, 4 सीपी चेयर, 44 श्रवण यंत्र, 74 बैसाखी, 53 वाकिंग स्टीक, 11 रोलेटर, 40 टीएलएम किट, 7 सुगम्य कैन, 40 कृत्रिम अंग सहित 446 सहायक उपकरणों का वितरण किया गया। सहायक उपकरण शिविर में एलम्कों जबलपुर के सिवनी, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अधिकारी व कर्मचारी, जिला दिव्यांग एवं पुनर्वास केन्द्र के समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।