त्रिवेणी संगम के पास किया था शिकार
ज्वाला सोमवार को चंबल नदी पार कर सवाईमाधोपुर जिले के खंडार क्षेत्र में पहुंची है। एक दिन पहले उसकी लोकेशन श्योपुर जिले के मानपुर क्षेत्र के काशीपुर के खेतों में ट्रेस हुई थी। उसने रविवार-सोमवार की रात में रामेश्वर त्रिवेणी संगम स्थित फतेहपुर गांव में एक गाय का शिकार भी किया। उसके बाद वह आगे बढ़ी और सीप नदी पार करते हुए बगदिया चंबल किनारे पहुंची। सोमवार सुबह चंबल नदी पार कर रणथम्भौर की बालेर रेंज में प्रवेश किया। फिलहाल वह चंबल किनारे बताई जा रही है।मादा शावक भी हुई अलग
चीता ज्वाला के 4 शावक हैं, लेकिन अब चारों ही उसके साथ नहीं है। एक नर शावक बाड़े में है, जबकि एक नर व एक मादा शावक एक सप्ताह पहले ही उससे अलग होकर कूनो पार्क की सीमा में ही है। रविवार तक ज्वाला के साथ एक मादा शावक थी, लेकिन वह भी अलग हो गई है। मादा शावक की उम्र करीब 19 माह बताई जा रही है।एमपी से राजस्थान तक इतनी दूरी की तय
-ज्वाला ने कूनो से मानपुर तक की करीब 50 किमी की दूरी तय की है।-इसके बाद मानपुर से बदलिया गांव तक करीब 10 किमी की दूरी तय की।
-बालेर रेंज तक करीब 20 किलोमीटर की दूरी तय की है।
-अब तक 80 किलोमीटर की दूरी तय कर चुकी है।
सुरक्षित है…रेस्क्यू का कोई प्लान नहीं
चीता ज्वाला सुरक्षित है। उसे रेस्क्यू कर लाने का फिलहाल कोई प्लान नहीं है। उसका शावक भी फिलहाल उससे अलग हो गया है।-उत्तम कुमार शर्मा, डायरेक्टर, चीता प्रोजेक्ट कूनो नेशनल पार्क श्योपुर
कर रहे हैं ट्रेकिंग
मादा चीता ज्वाला बालेर रेंज में चंबल किनारे आई है। रेडियो कॉलर से उसकी लोकेशन पता चली है। वनविभाग की टीम उसकी ट्रेकिंग कर रही है।-अनूप के आर, सीसीएफ, रणथम्भौर बाघ परियोजना