किसानों ने सोयाबीन, उड़द के बीज की खरीदी भी शुरू कर दी है। बीज विक्रेता दूसरे शहरों से ज्यादा उत्पादन वाले बीज लेकर आ रहे हैं, लेकिन यह प्रमाणित है या नहीं इसकी जानकारी नहीं दे रहे हैं। कुछ किसान मंडी से भी बीज खरीद लेते हैं, जिससे उसका उत्पादन कैसा होगा, इसकी जानकारी व्यापारी नहीं दे पाते हैं।
पहले सहकारी समितियों में सोयाबीन का बीज आता था, लेकिन पिछले कई वर्षों से बीज नहीं आ रहा है। सिर्फ प्रदर्शन बीज आता है, जो कुछ किसानों को ही मिल पाता है। इसलिए किसान महंगे दामों पर बाजार से अप्रमाणित बीज खरीद लेते हैं। यदि सरकारी बीज किसानों को मिलने लगे, तो उन्हें बाजार में परेशान नहीं होना पड़ेगा और बीज पर अनुदान भी मिलेगा।
खरीफ फसल का लक्ष्य जल्द ही तय किया जाएगा। खरीफ में सबसे ज्यादा रकबा सोयाबीन का ही रहने की उम्मीद है। किसान अभी से खाद का स्टाक कर रहे हैं।
धनपाल सिंह तोमर, कृषि विकास अधिकारी, बीना