इस दौरान ग्रामीणों ने सरपंच पर आरोप लगाया गया है, सरपंच शासकीय कुंए से लोगों के लिए सौ रुपए टैंकर के हिसाब से पानी बेच रहे हैं। जबकि गांव लोगों के लिए पानी की किल्लत है। ग्रामीणों ने बताया कि लगातार शिकायत करने के बाद भी अधिकारी संबंधित पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
हां मैने आवास के लाभ लोगों को नहीं दिलाया है, लेकिन वह ऐसे लोग है जो शासकीय भूमि, सड़कों पर अतिक्रमण करके वहां आवास बनाना चाहते हैं। यदि वह निजी भूमि पर इसका निर्माण कराते हैं तो लाभ दिलाने में कोई दिक्कत नहीं है। हम कोई भी कार्य सरकार की गाइड लाइन के बाहर जाकर नहीं कर सकते हैं। वहीं पानी बेचने का आरोप निराधार है।
अरविंद राय, सरपंच बिहरना
बिहरना में वर्तमान में 97 और इसके पहले 33 आवास स्वीकृत हुए थे, जिसमें से कुछ अपात्र थे। बाकी कुछ तकनीकी दिक्कतों के कारण रुपए नहीं डल पाए हैं। जिनको लाभ मिला भी यदि एक भी व्यक्ति यह कह देगा कि रुपए लिए और सिद्ध कर दे तो मैं नौकरी छोडऩे के लिए तैयार हूं।
हेमंत सिरोठिया, सहायक सचिव, बिहरना