जीआरपी द्वारा बच्चे की मां की तलाश की जा रही है और मां के मिलने के बाद ही यह पता चल सकेगा की बच्चे को शौचालय में किस कारण से लावारिश हालत में छोड़ा था।
आवाज संस्था की जिला समन्वयक मालती पटेल ने बताया कि अभी बच्चा करीब एक दिन का है, इसलिए अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में रहेगा। इसके बाद बाल कल्याण समिति बच्चे के संबंध में निर्णय लेगी।