शंकरलाल को इस बात का पता नहीं चला। उन्होंने बदला हुआ एटीएम कार्ड जेब में रख लिया। इसके बाद वे पास ही स्थित एसबीआई कियोस्क में 13500 रुपए जमा करने गए। दोनों युवक वहां भी पीछे-पीछे पहुंच गए। कियोस्क में एक युवक मोबाइल पर किसी से 1-2 मिनट तक बात करता रहा। इसके बाद शंकरलाल घर लौट गए। 19 जून को जब शंकरलाल बैंक से पैसे निकालने पहुंचे तो पता चला कि उनके खाते से 17 मई से 31 मई के बीच 5.97 लाख रुपए निकाले जा चुके हैं।
एक कार्ड से 3 ठगी के मामले सामने आए
खाता साफ हो जाने पर शंकरलाल ने बैंक स्टेटमेंट और एटीएम का सीसीटीवी फुटेज निकाला तो वारदात समझ में आ गई। वीडियो में दोनों युवक एटीएम बदलते हुए नजर आ रहे हैं। जब पीडि़त ने पता किया तो जो कार्ड उन्हें बदलकर दिया गया वह गाडरवारा निवासी जगदीश पटेल का था, वह शासकीय सेवा में कार्यरत हैं, उनके साथ भी इसी तरह की ठगी हो चुकी है। उनको एक महिला का एटीएम कार्ड दिया गया था, उस महिला से भी ठगी हुई है।
थाने में सुनवाई नहीं तो एसपी से शिकायत
पीडि़त शंकरलाल ने बताया कि पूरे साक्ष्य लेकर उन्होंने गढ़ाकोटा पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन सुबह से शाम तक थाने के चक्कर लगाते रहे पर एफआइआर दर्ज नहीं की गई। इसके बाद शंकरलाल ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। शंकरलाल ने कहा कि आरोपियों ने उनके जीवनभर की जमा पूंजी पर हाथ साफ कर दिया है। पुलिस आरोपियों से राशि वापिस कराए और दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए।