खूब कटा बवाल, हुई नोकझोंक
इस दौरान पुलिस से प्रदर्शनकारियों की तीखी नोंकझोंक हुई। बवाल को देखते हुए थाने में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इस नोंकझोंक में देखा गया कि पूर्व भाजपा विधायक केपी त्रिपाठी CSP ऋतु उपाध्याय पर हमला करने दौड़ पड़े। इस पर उन्हें पुलिस द्वारा रोका गया। इस मामले को लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार विधायक अभय मिश्रा के खड़े हुए और इसे भाजपा का षड़यंत्र बताया। वहीँ, शनिवार को जिला कांग्रेस ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जपा के लोग भीड़ जोड़कर दबाव बनाएंगे तो कांग्रेस पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और हम भी सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे और जरूरत पड़ी तो क्रमबद्ध तरीके से रीवा बंद कराएंगे।
ये है मामला
भलुहा निवासी अभिषेक तिवारी के साथ गुरुवार को विधायक अभय मिश्रा के फार्म हाऊस पर मारपीट हुई थी। युवक ने विधायक और उनके कर्मचारियों पर मारपीट का आरोप लगाया है। मामले को लेकर शुक्रवार दोपहर में बड़ी संख्या में लोग चोरहटा थाने पहुंचे और विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। इस दौरान पुलिस ने लोगों को समझाईश देकर शांत कराने का प्रयास किया लेकिन वे प्रकरण दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे और थाने के बाहर ही धरने पर बैठ गए।
CSP पर हमला करने दौड़े पूर्व भाजपा विधायक
बवाल बढ़ता देखकर शहर के दूसरे थानों का बल भी बुला लिया गया। शाम को पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी (former BJP MLA KP Tripathi) थाने पहुंचे जिसके बाद पुलिस अधिकारियों से तीखी नोंकझोंक हुई और काफी देर तक हंगामे की स्थिति बन गई। इस दौरान देखा गया कि केपी त्रिपाठी और सीएसपी ऋतु उपाध्याय (CSP Ritu Upadhyay) के बीच तीखी बहस हुई। इसमें त्रिपाठी ने सीएसपी को असंवेदनशील औरत कह दिया। इस पर सीएसपी ने त्रिपाठी को तमीज से बात करने को कहा। इसे सुन पूर्व विधायक ने सीएसपी पर हमला कर दिया। पुलिकर्मियों ने जैसे-तैसे सीएसपी को थाने को अंदर किया। प्रदर्शनकारी विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े थे। लगातार दस घंटे तक चोरहटा थाने में हंगामा मचा रहा।
कांग्रेस ने भाजपा नेताओं पर बदले की राजनीति करने का लगाया आरोप
शनिवार को सेमरिया से कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा के विरुद्ध दर्ज किए गए मामले में कांग्रेस पार्टी ने विरोध दर्ज कराया है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि सत्ता दल भाजपा के नेताओं द्वारा बदले की राजनीति की जा रही है। विरोधी दल के नेताओं को हर मामले में फंसाने का प्रयास किया जा रहा है । शर्मा ने कहा कि यदि भाजपा के लोग भीड़ जोड़कर दबाव बनाएंगे तो कांग्रेस पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और हम भी सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे और जरूरत पड़ी तो क्रमबद्ध तरीके से रीवा बंद कराएंगे।
काम का पैसा मांगने पर मारपीट का आरोप
पीडि़त युवक अभिषेक ने काम का पैसा मांगने के बदले मारपीट का आरोप लगाया है। पीडि़त के मुताबिक वह विधायक के फार्म हाउस में काम करता था और अशोक तिवारी से उसने अपने पैसे मांगे जिस पर उन्होंने शाम को विधायक के आने पर पैसा मिलने की जानकारी दी। शाम को जब विधायक आए तो उन्होंने बुलवाया और मारपीट की। इसके बाद उनके कर्मचारियों ने भी उसके साथ मारपीट की थी।
कर्मचारी के साथ मारपीट कर काट ली थी उंगली
युवक ने गुरुवार दोपहर विधायक के कर्मचारी अशोक तिवारी के साथ मारपीट की थी। कर्मचारी अशोक दोपहर ढेकहा किसी काम से गए थे जहां आरोपी अभिषेक मिला और शराब पीने को पैसा मांगा। पैसा न देने पर आरोपी ने कर्मचारी के साथ मारपीट की और दांतों से उंगली काट ली थी। इसकी शिकायत पीडि़त ने सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई थी जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था।
आरोप बेबुनियाद, दोनों कर्मचारियों ने आपस में की मारपीट
वहीँ, इस मामले में कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने सफाई देते हुए कहा कि हम सिंगापुर गए थे और वहां से गुरुवार शाम लौटकर आए है। फार्म हाउस आने पर उनको मारपीट की जानकारी हुई थी। उन्होंने दोनों को बुलवाकर डांट लगाई थी। उसके बाद हम बेला तरफ चले गए तो उनके बीच फिर से मारपीट हुई। वापस आने पर जब पता चला तो हमने दोनों को वहां से भगा दिया। जिस कर्मचारी की उंगली कट गई थी उसने थाने में रिपोर्ट की थी। दूसरे व्यक्ति ने हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंदियों से मिलकर मारपीट का झूठा आरोप लगाया है जो पूरी तरह से बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दबाव में पुलिस अधिकारियों के साथ अभद्रता करते हुए यह मामला दर्ज कराया गया है।
मामले को लेकर एएसपी का बयान
चोरहटा थाने में कुछ लोग आए थे जिन्होंने मारपीट की जानकारी दी थी। मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर आगे कार्रवाई की जाएंगे।- आरती सिंह, एएसपी रीवा
नेता प्रतिपक्ष ने दिया विधायक का साथ
इस मामले को लेकर विधानसभा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार विधायक अभय मिश्रा के साथ खड़े दिखाई दिए। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर कहा किकर्मचारियों के बीच हुए झगड़े को आधार बनाकर षड्यंत्रपूर्वक भाजपा के लोगों द्वारा सेमरिया विधायक श्री अभय मिश्रा जी के खिलाफ गैर-जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने आगे कहा कि ‘मैं, और मध्यप्रदेश कांग्रेस का पूरा विधायक दल, अभय मिश्रा जी के साथ मजबूती से खड़ा है।’