scriptSawan Somwar 2025: सावन के अंतिम सोमवार पर क्यों होता है पूजा का खास महत्व? | Last Sawan Somwar 2025 Why is worship on the last Monday of Sawan of special importance | Patrika News
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Sawan Somwar 2025: सावन के अंतिम सोमवार पर क्यों होता है पूजा का खास महत्व?

Sawan Somwar 2025: सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए सबसे पवित्र महीना माना जाता है। इस महीने के हर सोमवार को शिवभक्त व्रत रखते हैं और विशेष पूजा करते हैं। लेकिन सावन का अंतिम सोमवार सबसे महत्वपूर्ण होता है। आइए जानते हैं क्यों खास है यह दिन शिव भक्तों के लिए।

भारतJul 30, 2025 / 08:39 pm

MEGHA ROY

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फोटो सोर्स – Freepik

Sawan Somwar 2025: सावन का महीना हिंदू धर्म में बेहद पवित्र माना जाता है। इस पूरे महीने में भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है और भक्त विशेष रूप से सोमवार को व्रत रखते हैं। इस साल सावन का आखिरी सोमवार व्रत 4 अगस्त 2025 को रखा जाएगा, जो धार्मिक और ज्योतिषीय दोनों दृष्टियों से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

2025 में सावन का अंतिम सोमवार कब है? (Shiv Puja 2025)

सावन की शुरुआत: 11 जुलाई 2025

अंतिम सोमवार व्रत: 4 अगस्त 2025

सावन समाप्ति: 9 अगस्त 2025

Sawan 2025: आंतिम सावन सोमवार क्यों खास है?

सावन का आखिरी सोमवार पूरे महीने की पूजा का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। इस दिन शिवभक्तों को अपने मनोकामनाओं की पूर्ति और विशेष आशीर्वाद प्राप्त होते हैं। इस व्रत और पूजा से व्यक्ति को मानसिक शांति, शारीरिक स्वास्थ्य और आध्यात्मिक शक्ति का अनुभव होता है। साथ ही, रुद्राभिषेक, जलाभिषेक, रात्रि जागरण और शिव पुराण का पाठ जैसे पवित्र अनुष्ठान इस दिन और भी अधिक प्रभावशाली हो जाते हैं।

शुभ योगों का संयोग

ज्योतिषीय दृष्टिकोण से सावन के आखिरी सोमवार में कई शुभ योग बनते हैं। सर्वार्थ सिद्धि योग साधना और मनोकामना पूर्ति के लिए उत्तम होता है, जबकि ब्रह्म योग और इंद्र योग विशेष पुण्य प्रदान करते हैं। इस दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि में अनुराधा और चित्रा नक्षत्र के प्रभाव में रहेगा, जो शिव भक्ति के लिए बेहद अनुकूल है।

इस दिन क्या करें?

-सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लें।
-शिवलिंग पर जल, दूध, शहद, बेलपत्र, धतूरा, आक आदि अर्पित करें।
-“ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
-रुद्राभिषेक और शिव पुराण का पाठ करें।
-रात्रि जागरण कर शिव नाम का संकीर्तन करें।
-गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करें।

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