दो अलग-अलग घटनाओं में हुई थी पहचान
6 मई की रात रामपुर में दो चोरी की घटनाओं ने पुलिस को सतर्क कर दिया। पहली घटना नूरैन पुत्र युसुफ के घर की है, जहां चोरी के दौरान एक बदमाश की पहचान हो गई थी। दूसरी घटना ग्राम बैरुआ की है, जहां राहत जान के घर से नकदी और सोने के कुंडल चोरी कर लिए गए। इस दौरान बदमाशों ने घर के मालिक को डंडों से पीटकर घायल भी कर दिया। थाना सैफनी में इस संबंध में गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
तीन टीमों के जरिए की गई जांच, आरोपी चिन्हित
घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कप्तान ने तीन विशेष टीमों का गठन किया। जांच के दौरान अरमान और इरफान का नाम सामने आया, जो पहले से आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त थे। पुलिस ने चंद्रपुर कला जाने वाली सड़क पर घेराबंदी की, जहां दोनों बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश की। लेकिन मुस्तैदी दिखाते हुए पुलिस ने दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
जेल में रची गई थी लूट की साजिश
पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने कबूल किया कि उनकी मुलाकात जेल में नावेद पुत्र वारिस निवासी ग्राम पुराना ललवारा थाना सैफनी से हुई थी। वहीं तीनों के बीच दोस्ती हुई और वहीं से लूट की योजना बनी। नावेद ने बताया कि मुकदमों की पैरवी में काफी पैसा खर्च हो रहा है और उसे जानकारी मिली है कि उसके पड़ोसी राहत जान के पास बड़ी रकम रखी हुई है।
5 मई की रात को अंजाम दी गई थी वारदात
पुलिस को दिए बयान में बदमाशों ने बताया कि 5 मई की रात तीनों बदमाश बैरुआ गांव में राहत जान के घर की दीवार फांद कर अंदर घुसे। अलमारी से 19 हजार रुपये और एक जोड़ी सोने के कुंडल चुराए। भागते समय राहत जान ने नावेद को पकड़ लिया, तब अरमान और इरफान ने ईंटों से हमला कर साथी को छुड़ाया। इसके बाद वे वहां से फरार हो गए। रास्ते में एक और घर दिखाई देने पर वे वहां भी घुस गए और बरामदे में सो रही महिला के कान से कुंडल खींचकर फरार हो गए। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी गहन जांच की जा रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।