खतरे की घंटी
- क्षमता से अधिक लोगों के बैठने से वाहन का संतुलन बिगड़ने का खतरा रहता है।
- ओवरलोडिंग के कारण टायर फटने, ब्रेक फेल होने और वाहन अनियंत्रित होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
- हादसे की स्थिति में न सिर्फ वाहन में बैठे लोग, बल्कि सड़क पर चल रहे अन्य वाहन भी चपेट में आ सकते हैं।
हर साल की समस्या
रामदेवरा मेला, जो भाद्रपद शुक्ल द्वितीया से एकादशी तक आयोजित होता है, लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। दर्शन के बाद लौटते समय श्रद्धालु अकसर ट्रक, पिकअप और अन्य लोडिंग वाहनों का सहारा लेते हैं। यही कारण है कि यह खतरनाक यात्रा हर साल दोहराई जाती है और प्रशासन मूकदर्शक बना रहता है।
जिम्मेदारी किसकी?
स्थानीय प्रशासन और परिवहन विभाग की यह जिम्मेदारी बनती है कि ऐसे वाहनों पर सख्ती से कार्रवाई करें। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए वैकल्पिक परिवहन व्यवस्था की जाए और पुलिस द्वारा नियमित निगरानी रखी जाए