सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजस्व व अन्य कार्य संबंधित करीब दस हजार से ज्यादा मामले लंबित हैं, लेकिन
हड़ताल के कारण इन मामलों की सुनवाई नहीं हो पाई। हालांकि राजस्व संबंधित कार्य के लिए आवेदन करने के साथ पेशी की तारीख जानने के लिए गिने-चुने पक्षकार एवं वकील कार्यालय पहुंचते रहे।
तीसरे दिन भी हड़ताल जारी
राजस्व निरीक्षक, पटवारियों की पदस्थापना सहित 17 सूत्रीय मांगों को लेकर तीसरे दिन भी तहसीलदारों की हड़ताल जारी रही। छग कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के बैनर तले नवा रायपुर के तूता में बुधवार को राज्यस्तरीय धरना दिया गया। इससे पहले जिला और संभाग स्तरीय धरना दिया जा चुका है। तहसीलदारों ने मांग पूरी नही होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है।
यह हैं प्रमुख मांगें
तहसीलों में कंप्यूटर ऑपरेटर, चपरासी, डब्लूबीएन, केजीओ नायब नाजिर, माल जमादार, भृत्य, वाहन चालक, राजस्व निरीक्षक एवं पटवारियों की पदस्थापना की जाए। तहसीलों को लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत निर्धारित समय-सीमा की बाध्यता से मुक्त किया जाए। तहसीलदार से डिप्टी कलेक्टर पद पर पदोन्नति दी जाए।