केंद्र सरकार के आदेश पर एयरपोर्ट अथॉरिटी ने आदेश जारी किया। साथ ही
एयरपोर्ट का सुरक्षा घेरा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया है। ऑपरेशन सिंदूर को देखते देश की सीमा पर लगातार बढ़ रहे तनाव को देखते हुए रायपुर के साथ ही देशभर के एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट जारी किया गया है।
Operation Sindoor: 3 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचने की अपील
वहीं केंद्र सरकार के दिशा निर्देश पर विमानन कंपनियों ने हवाई यात्रियों को लाइटों के निर्धारित समय से 3 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचने की अपील करते हुए सुरक्षा नियमों का पालन करने को कहा है। लाइट के निर्धारित समय से 75 मिनट पहले ही चेकिंग काउंटर को बंद कर दिया जाएगा।
दोहरी जांच होगी
लाइट में बैठने से पहले दो सुरक्षा घेरा पार करना पड़ेगा। प्रवेश द्वार पर टिकट दिखाने पर अंदर जाने की अनुमति मिलेगी। इसके बाद सामान की सुरक्षा जांच करने के बाद प्रथम तल में एयरोब्रिज तक जा सकेंगे। इसके बाद एयरोब्रिज में जाने से पहले सभी यात्रियों और उनके हैंडबैग की जांच होगी। इसके बाद भी लाइट में बैठने की अनुमति मिलेगी। किसी भी तरह का संदेह होने पर तुरंत संबंधित यात्री की जांच की जाएगी। बताया जाता है कि केंद्रीय विमान मंत्रालय की गाइडलाइन को देखते हुए देशभर के एयरपोर्ट में सुरक्षा घेरा को बढ़ा दिया गया है। जवानों और अफसरों के अवकाश निरस्त
ऑपरेशन सिंदूर को चलते देशभर के साथ ही सीआईएसएफ, बीएसएफ, एसएसबी और सीएएफ के साथ ही विभिन्न मोर्चे पर तैनात केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों और अफसरों के अवकाश आगामी आदेश तक निरस्त कर दिए गए।
साथ ही पहले से स्वीकृत अवकाश और अवकाश पर गए जवानों को जल्दी ही अपने रीजनल हेडक्वार्टर में रिपोर्ट करने को कहा गया है। यह पत्र राज्य पुलिस मुख्यालय के साथ ही आईजी रैंक के अफसरों को भेजा गया है। इसमें स्पष्ट रुप से निर्देश दिए गए है कि सभी बलों के जवानों की छुट्टियां तुरंत रद्द की जाएं और उन्हें ड्यूटी पर वापस बुलाया जाए।
केंद्रीय बलों को भी अलर्ट पर रखा गया
Operation Sindoor: खासकर
भिलाई और आसपास के इलाकों में जवानों की वापसी शुरू हो गई है। इस फैसले के साथ ही राज्य में संवेदनशील और हाई-सिक्योरिटी ज़ोन में एसएसबी, सीआईएसएफ, बीएसएफ और अन्य केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान शामिल हैं।
उन्हें रेलवे स्टेशन, बड़े औद्योगिक संस्थान, संवेदनशील इलाके के साथ ही सार्वजनिक स्थलों और बॉर्डर एरिया पर विशेष निगरानी करने जवानों की संख्या बढ़ाई गई है। वहीं राज्य पुलिस के सीएएफ के अलावा केंद्रीय बलों को भी अलर्ट पर रखा गया है। राज्य सरकार और इंटेलिजेंस प्रदेश में लगातार पैनी निगाह रखे हुए है। ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटा जा सके।