विदित हो कि पिछले माह भर से जिले में रेत का एक भी खदान नहीं है। ऐसी स्थिति में बारिश को देखते हुए रेत के अवैध उत्खनन के साथ संग्रहण का खेल जोरों पर था। इसी कड़ी में जिले के आला अधिकारियों को शिकायत मिली कि एनटीपीसी के ठेका कंपनी अवैध रूप से रेत डंप कर रखे हैं। इसके बाद खनिज उप संचालक राजेश मालवे के निर्देश पर निरीक्षक आशीष गड़पाले टीम के साथ एनटीपीसी परिसर पहुंचे।
जांच के दौरान एनटीपीसी के निर्माणाधीन स्थल के आस-पास बड़े पैमाने पर रेत डंप किया हुआ मिला। जिसकी रॉयल्टी पर्ची संबंधित ठेका कंपनी को पेश करने के लिए कहा गया, लेकिन संबंधित ठेका कंपनी रेत की रॉयल्टी पर्ची पेश नहीं कर पाई। जिले में खदान न होने के बाद भी डंप किए रेत का रॉयल्टी पर्ची न होने के कारण मौके पर ही दोनो ठेका कंपनी आनंदी बिल्डर्स बिलासपुर और त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन कोलकाता के खिलाफ खनिज अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर दोनो को नोटिस थमाया गया है।
किससे कितनी मिली रेत
जांच के दौरान आनंदी बिल्डर्स बिलासपुर द्वारा जिस परिसर में कार्य किया जा रहा था उस परिसर में करीब 12 सौ घनमीटर रेत मिला वहीं जिस क्षेत्र में त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन कोलकाता कार्य कर रहा था उस परिसर में करीब 2000 घनमीटर रेत डंप किया हुआ मिला। एनटीपीसी लारा को भी होगा नोटिस जारी
उक्त कार्य एनटीपीसी परिसर में उसके मॉनिटरींग में चल रहा है, इसको देखते हुए
खनिज विभाग एनटीपीसी प्रबंधन को भी नोटिस जारी किया जा रहा है। जिसमें निर्माण कार्य में उपयोग होने वाले खनिज के रॉयल्टी क्लीयरेंस की स्थिति स्पष्ट करने कहा जा रहा है।
भेल के पेटी कांट्रेक्टर हैं दोनों
एनटीपीसी लारा द्वारा उक्त प्रोजेक्ट के कार्य का ठेका भेल कंपनी को दिया गया है, भेल कंपनी ने उक्त कार्य को पूरा करने के लिए पेंटी कांट्रेक्ट में आनंदी बिल्डर्स बिलासपुर और त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन कोलकाता को काम दिया है। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर टीम को एनटीपीसी लारा जांच के लिए भेजा गया था, दो ठेका कंपनियों के कब्जे से ३२ सौ घनमीटर रेत जब्त किया गया है। प्रकरण बनाकर नोटिस जारी किया गया है। – राजेश मालवे, उप संचालक खनिज विभाग