भर्ती प्रक्रिया
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने 14 जुलाई 2025 को एलटी ग्रेड शिक्षक के 7,466 पदों पर भर्ती के लिए संक्षिप्त विज्ञापन जारी किया था। आयोग ने साथ ही यह स्पष्ट किया था कि 28 जुलाई से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू होने से पहले सभी अभ्यर्थी ओटीआर नंबर अनिवार्य रूप से प्राप्त कर लें, क्योंकि बिना ओटीआर के कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा।अब तक के आँकड़े
- 14 जुलाई तक: 21.75 लाख अभ्यर्थी ओटीआर के माध्यम से पंजीकृत थे।
- 15 जुलाई से 4 अगस्त तक (21 दिन): पंजीकरण की संख्या बढ़कर 25,80,953 हो गई।
- अर्थात्: 21 दिनों में चार लाख से अधिक नए ओटीआर।
2018 की भर्ती बनाम 2025 की उम्मीदें
गौरतलब है कि एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का विज्ञापन पिछली बार 2018 में निकाला गया था। तब कुल 10,768 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया चलाई गई थी, जिसमें 7,62,317 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इन सात वर्षों के अंतराल में न केवल बीएड करने वाले लाखों नए अभ्यर्थी सामने आए हैं, बल्कि नौकरी की प्रतीक्षा कर रहे पुराने अभ्यर्थी भी इस बार आवेदन कर रहे हैं। यही कारण है कि इस बार आवेदन की संख्या 10 लाख पार करने की प्रबल संभावना जताई जा रही है।अभ्यर्थियों की प्रमुख मांगें
1. आयु सीमा में छूट की मांगप्रतियोगी छात्र संघ के प्रतिनिधिमंडल ने पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने एलटी ग्रेड शिक्षक एवं प्रवक्ता भर्ती में अधिकतम आयु सीमा में छूट देने की मांग की।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के इस चरण में प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों कराई जाएंगी। लेकिन आयोग ने यह स्पष्ट किया है कि मुख्य परीक्षा में लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे, जो कि निबंधात्मक प्रकृति के होंगे। अभ्यर्थियों ने इसका विरोध किया है और मांग की है कि मुख्य परीक्षा भी OMR आधारित वस्तुनिष्ठ (objective) होनी चाहिए, ताकि मूल्यांकन प्रक्रिया पारदर्शी और शीघ्र हो सके।
क्यों है इतनी बड़ी संख्या में पंजीकरण
- लंबे समय बाद भर्ती: 7 वर्षों बाद एलटी ग्रेड के पदों पर भर्ती हो रही है।
- बीएड धारकों की संख्या में वृद्धि: पिछले वर्षों में लाखों विद्यार्थियों ने बीएड किया है।
- सरकारी नौकरी का आकर्षण: बढ़ती बेरोजगारी और निजी शिक्षण संस्थानों की अस्थिरता के बीच सरकारी शिक्षक की नौकरी एक सुरक्षित विकल्प मानी जा रही है।
- स्पष्ट योग्यता और पद संख्या: भर्ती के नियमों और पदों की संख्या ने भी युवाओं को आकर्षित किया है।