मंदिर में की गई विशेष आरती
उन्होंने कहा कि 15 जुलाई को करीब 4 बजे पहली बार श्री बड़े हनुमान मंदिर में मां गंगा ने प्रवेश किया था। इस दौरान मंदिर में विशेष आरती कर के मां गंगा का स्वागत किया गया था। दो दिन बाद यानी 17 जुलाई को मंदिर से मां गंगा प्रस्थान कर गईं। साफ-सफाई के बाद दर्शनों के लिए मंदिर भक्तों के लिए खोल दिया गया था।
प्रयागराज में बाढ़ का खतरा
17 जुलाई की ही रात करीब 2 बजकर 15 मिनट पर जलस्तर बढ़ने से एक बार फिर मंदिर में पहुंचकर मां गंगा ने हनुमान जी को स्नान करवाया। श्री बड़े हनुमान मंदिर में मां गंगा के प्रवेश करने के बाद भक्तों ने जमकर जयकारे लगाए। बता दें कि प्रयागराज में बाढ़ का खतरा एक बार फिर गहराता हुआ नजर आ रहा है।
लोगों से अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील
गंगा और यमुना नदियों को जलस्तर मंगलवार रात 8 बजे तक बढ़ता रहा। नैनी में यमुना का जलस्तर 81.63 मीटर, फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 81.54, बक्सी बांध में 81.61 मीटर और छतनाग में 81.01 मीटर दर्ज किया गया है। जलस्तर में 4 घंटे में 8 से 16 सेंटीमीटर तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। फिलहाल खतरे के निशान 84.734 मीटर से जलस्तर नीचे है। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। लोगों से अपील की जा रही है कि वह अफवाहों पर ध्यान नहीं दें और सतर्क रहे।