जंगल राज का दौर नहीं देखा है
चिराग पासवान के इस बयान पर लालू प्रसाद के शासनकाल की चर्चा कर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान जंगलराज वाला वह दौर नहीं देखा है इसलिए कानून व्यवस्था को खराब बता रहे हैं। उनके पिता राम विलास पासवान ने देखा था। वे रहते तो बताते कि तब और ्ब में कितना अंतर है। लालू-राबड़ी देवी के शासन काल में कानून व्यवस्था इतनी खराब हो चुकी थी कि हाईकोर्ट ने इसे जंगलराज बताया था। आज हाईकोर्ट ऐसा कुछ नहीं कहता है। मांझी ने आगे कहा कि 44 सालों से मैं राजनीति में हूं। मैंने देखा है कि कैसे 2005 से पहले बिहार में हर अपराध का समझौत एक-अणे मार्ग में होता था। कहीं भी अपहरण हो, उसका समझौता वहीं होता था। आज एक अणे मार्ग में ऐसा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि आज अपराधियों को बचाया नहीं जाता है। पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार करती है। उनको सजा दिलाई जाती है।
एनडीए की बैठक में मामला को उठाएं
जीतन राम मांझी ने कहा कि चिराग पासवान को कानून व्यवस्था से इतनी परेशानी है तो वो इस मुद्दे को मीडिया के सामने नहीं, बल्कि एनडीए की बैठक में उठाएं, जहां इस पर चर्चा होगी। इस तरह गठबंधन में रहकर अपनी ही सरकार के खिलाफ बोलना सही बात नहीं है। विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे पर कहा कि जिसकी जितनी क्षमता होगी उसको उसके अनुसार सीट दिए जायेंगे। 15 अगस्त तक सीट शेयरिंग हो जाएगी। जीतन राम मांझी ने कहा कि मेरा कोई डिमांड नहीं है।