भागलपुर में बाढ़ से तबाही
इधर, बिहार के भागलपुर में बाढ़ ने निचले इलाकों में तबाही मचा रखा है। घरों में कमर से ऊपर पानी रहने के कारण लोग घरों के छतों पर पन्नी और त्रिपाल के सहारे जीवन जीने को मजबूर है। इसी में ये लोग उसी के अंदर अपने मवेशी को भी रख रहे हैं। भीषण बाढ़ के कारण लोग छाती भर पानी में पैदल आने-जाने को मजबूर हैं। बाढ़ के चलते लोगों का जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। खाने-पीने, रहने, सोने और शौचालय, की बड़ी समस्या है। बाढ़ के कारण ये लोग मवेशी के साथ रहने को मजबूर है। कई बार मवेशी खाने को जूठा कर दे रहे हैं। मवेशी का जूठा खाना खाने को मजबूर हो गए हैं।
सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण
मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण के क्रम में वैशाली जिले के राघोपुर दियारा, पटना जिले के काला दियारा, रूपस महाजी, रामनगर, कसहा दियारा तथा मोकामा, बाढ़ एवं फतुहा के टाल क्षेत्र का निरीक्षण किया। साथ ही बेगूसराय और मुंगेर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भी हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण के क्रम में अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि जल संसाधन विभाग पूरी तरह मुस्तैद रहे और लगातार मॉनिटरिंग करते रहे।
सीएम ने डीएम को दिया निर्देश
निचले इलाकों में जहाँ पानी बढ़ रहा है, इसकी सतत् निगरानी करते रहें। जिलाधिकारी परिस्थितियों पर पूरी नजर रखें। उन्होंने कहा कि अभियंतागण पूरी तरह अलर्ट रहें और वरीय पदाधिकारी स्थल पर कैंप करते रहें। आपदा प्रबंधन विभाग सतत् अनुश्रवण करते रहे ताकि बाढ़ प्रभावित लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो। बाढ़ की स्थिति में प्रभावितों को एस०ओ०पी० के अनुसार पूरी सहायता उपलब्ध कराते रहें। राहत और बचाव कार्य पूरी मुस्तैदी और संवेदनशीलता के साथ करें।