अली मेहंदी, अशोक चांदना समेत 58 बनें पर्यवेक्षक
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से जारी लिस्ट में विंग कमांडर अनुमा आचार्य (सेवानिवृत्त), अली मेहंदी, अशोक चांदना, मनोज यादव, नदीम जावेद, शोएब खान, अखिलेश यादव, वीरेंद्र यादव जैसे नेता शामिल हैं। कांग्रेस ने इसके साथ यह साफ कर दिया कि बिहार में विधानसभा चुनाव कांग्रेस लड़ने के लिए नहीं जीतने के लिए चुनाव लड़ रही है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से नियुक्त एआईसीसी पर्यवेक्षक बिहार में विधानसभा चुनावी रणनीति और संगठनात्मक कामकाज की निगरानी करेंगे। कांग्रेस बिहार में वर्ष 2020 के चुनाव में 70 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। इसमें 19 सीटों पर वह चुनाव जीती थी। इसी प्रकार कांग्रेस वर्ष 2025 के विधानसभा चुनाव में 27 सीटें जीती थी।
कांग्रेस के लिए बिहार चुनाव बड़ा मौका
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव में मिली उम्मीद से ज्यादा की सफलता के बाद सक्रिय हो गई है। कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव को एक बड़ा मौका के रूप में देख रही है। जिससे वह बिहार में अपनी जमीन को मजबूत कर लें। यही कारण है कि कांग्रेस पिछले कई माह से निरंतर जमीन पर काम कर रही है। अपने सीनियर नेताओं को एक के बाद एक उतार रही है। पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कांग्रेस की एक संगठित रणनीति का हिस्सा है।
243 विधानसभा सीटों पर चुनाव
बिहार विधानसभा की 243 सीटों पर चुनाव अक्टूबर-नवंबर में संभावित हैं। कांग्रेस अपनी सक्रियता बढ़ाकर जहां अपने पिछले प्रदर्शन को सुधारना चाहती है वहीं कांग्रेस महागठबंधन के भीतर सीटों के बंटवारे पर अपना दबाव भी बनाना चाह रही है। 2020 के निराशाजन प्रदर्शन के बाद कांग्रेस को लेकर बिहार में जो इमेज बना है कि कांग्रेस यहां सिर्फ चुनाव लड़ती है, जीत हार से उसे कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस अपने इस इमेज को बदला चाह रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कहते हैं कि 2025 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस जीतने के लिए लड़ रही है और हम उम्मीद से ज्यादा सीट लेकर आयेंगे।