सरकार के इस निर्णय का उद्देश्य महिलाओं को वित्तीय सहायता देने के साथ-साथ लंबी अवधि की बचत को बढ़ावा देना भी है। योजना के क्रियान्वयन और तकनीकी पहलुओं पर निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है। इसमें दिल्ली सरकार के प्रमुख मंत्रियों को शामिल किया गया है। यह समिति तय करेगी कि CBDC वॉलेट और RD खाते में कितनी राशि जाएगी और लॉक-इन पीरियड क्या होगा।
महिलाओं को बचत के लिए प्रेरित करने प्रमुख लक्ष्य
दरअसल, दिल्ली सरकार का कहना है कि यह योजना सिर्फ वित्तीय सहायता देने तक सीमित नहीं है। बल्कि इसका लक्ष्य महिलाओं को सुदृढ़ बचत की ओर प्रेरित करना भी है। CBDC के माध्यम से आधुनिक भुगतान प्रणाली से महिलाओं को जोड़ने और RD खाते के माध्यम से आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना इस योजना के मुख्य उद्देश्य हैं। हालांकि योजना के संचालन, वितरण प्रणाली, लॉक-इन अवधि और तकनीकी फ्रेमवर्क पर अंतिम निर्णय लिया जाना अभी बाकी है। यह निर्णय सीएम रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में गठित समिति लेगी। महिला समृद्धि योजना को मिली कब मिली मंजूरी?
दिल्ली सरकार ने महिला समृद्धि योजना को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस यानी 8 मार्च 2025 को मंजूरी दी थी। इसके बाद उप-राज्यपाल ने भी इस योजना को मंजूरी प्रदान कर दी है। सरकार ने इस योजना के लिए ₹5100 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया है। योजना के पहले चरण में दिल्ली की करीब 17 लाख महिलाओं को इसका लाभ मिलने का अनुमान है। इस योजना के लिए दिल्ली सरकार ने नियम और शर्तें तय कर ली हैं। हालांकि अभी आधिकारिक घोषणा होना बाकी है। सीएम रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में गठित समिति जल्द ही इस योजना से संबंधित पूरी जानकारी की घोषणा करेगी।
महिला समृद्धि योजना के लिए ये मानदंड तय
दिल्ली सरकार की अति महत्वाकांक्षी महिला समृद्धि योजना के लिए रेखा सरकार ने कुछ सख्त पात्रता शर्तें लागू की हैं। इसके तहत लाभार्थी महिला की आयु 21 से 60 साल के बीच होनी चाहिए। महिला दिल्ली की निवासी हो और बीपीएल या अंत्योदय राशन कार्डधारी हो। एक ही परिवार से केवल एक महिला को योजना का लाभ मिलेगा। परिवार की सबसे वरिष्ठ महिला को योजना में प्राथमिकता दी जाएगी। महिला के परिवार के सभी बच्चों का टीकाकरण पूरा होना चाहिए या वे टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा हों। यदि इन शर्तों में से कोई पूरी नहीं होती, तो लाभ से वंचित किया जा सकता है। कैसा होगा पैसा वितरण का ढांचा और RD क्या है?
योजना के अंतर्गत महिलाओं को मिलने वाली ₹2500 की सहायता में से एक हिस्सा उन्हें डिजिटल मुद्रा (CBDC) के रूप में उनके वॉलेट में भेजा जाएगा। यह राशि उन्हें हर माह निकालने और खर्च करने की अनुमति होगी। शेष राशि लाभार्थी महिला के नाम पर बैंक या पोस्ट ऑफिस के RD खाते में जमा की जाएगी। जो एक तय लॉक-इन अवधि के बाद ही निकाली जा सकेगी। RD यानी आवर्ती जमा खाता में हर महीने एक निश्चित राशि जमा की जाती है। इस खाते में राशि को एक निश्चित अवधि जैसे 1 साल, 3 साल या 5 साल तक निकाला नहीं जा सकता है। इस जमा पर बैंक ब्याज भी देता है। जिससे महिला को बाद में एकमुश्त राशि का लाभ मिलेगा।