सीसीटीवी फुटेज से खुलीं साजिश की परतें
पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू की गई। सीसीटीवी फुटेज के जरिये पार्सल देने वाली किशोरी की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में किशोरी ने मुख्य साजिशकर्ता अभिषेक जैन का नाम उजागर किया। इसके बाद पुलिस ने अभिषेक को भी पकड़ लिया। जांच में सामने आया कि अभिषेक जैन और पीड़ित विकास जैन करीब 30 साल से एक-दूसरे को जानते थे। इसी नजदीकी का फायदा उठाकर अभिषेक ने रंगदारी वसूलने की योजना बनाई थी। अभिषेक ने वारदात को अंजाम देने के लिए कुछ लोगों को 35 हजार रुपये की सुपारी दी थी। साथ ही अपनी भतीजी और रिश्तेदार सचिन जैन को भी इस साजिश में शामिल किया। पुलिस ने सचिन जैन को भी गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। जबकि नाबालिग भतीजी को तिहाड़ जेल स्थित किशोरी गृह भेजा गया। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि नकली अंगूठा चिकन मीट और हड्डी से तैयार किया गया था।
इंडिया मार्ट से 3500 रुपये में खरीदा गया अंगूठा
यह अंगूठा आरोपी चाचा ने 3500 रुपये में इंडिया मार्ट से खरीदा था। इसके अलावा उसने दिलशाद गार्डन से 500 रुपये में एक स्मार्ट वॉच भी खरीदी थी। ताकि योजना को और विश्वसनीय बनाया जा सके। अभिषेक ने 16 अप्रैल को अपनी भतीजी को घर बुलाकर पूरे षड्यंत्र की जानकारी दी थी। फिर भतीजी को पीड़ित के घर भेजा गया, जहां उसने पार्सल सौंपा। घड़ी के साथ मोबाइल रखना जरूरी बताया
धमकी भरे पत्र में आरोपी ने लिखा था कि बॉक्स में रखी घड़ी और मोबाइल फोन को हर वक्त साथ रखना अनिवार्य होगा। साथ ही घड़ी को ऑन करने के लिए मोबाइल फोन को लगातार घड़ी से छूकर रखना होगा, लेकिन घड़ी चालू नहीं करनी है। धमकी दी गई थी कि किसी भी तरह की गड़बड़ी की सूरत में गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।