हादसे का पूरा विवरण और मृतकों की पहचान
मौसम की खराब स्थिति के बीच सुबह 9 बजकर 53 मिनट पर दिल्ली अग्निशमन सेवा को सिविल लाइंस इलाके में एक निर्माणाधीन इमारत की दीवार गिरने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची टीम ने राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू किया। अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में 40 वर्षीय महिला मीरा और उनका 17 वर्षीय बेटा गणपत अपनी जान गंवा बैठे। इसके अलावा मीरा के बड़े बेटे दशरथ (19) और एक अन्य व्यक्ति नन्हे (35) गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने एलजी से कड़ा सवाल किया
इस हादसे को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना से सवाल उठाए। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि कुछ महीनों पहले तक एलजी दिल्ली के हर कोने में जाकर सरकार की कमियों को उजागर करते थे, वीडियो बनाते और ट्वीट करते थे। लेकिन आज, जब उनके राजभवन के सामने ही दो लोगों की जान चली गई और कई घायल हुए, तो वह न तो मौके पर आए और न ही कोई ट्वीट या बयान जारी किया। भारद्वाज ने सवाल किया कि क्या अब दिल्ली की कोई चिंता नहीं रह गई है?
राजधानी में बारिश का व्यापक असर और ‘रेड अलर्ट’
मौसम विभाग की ओर से जारी ‘रेड अलर्ट’ के चलते दिल्ली के कई इलाकों में तेज बारिश दर्ज की गई। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मंगलवार सुबह 8:30 बजे तक पिछले 24 घंटों में राजधानी में लगभग आठ मिलीमीटर बारिश हुई। बारिश के कारण आईटीओ, धौला कुआं, नारायणा, पटेल नगर, विजय चौक, जंगपुरा, आरके पुरम, लाजपत नगर, तालकटोरा रोड, रफी मार्ग, रोहिणी और अन्य इलाकों में जलभराव की शिकायतें आईं। इसके साथ ही पंचकुइयां रोड, मोती बाग, मुखर्जी नगर और पुल प्रह्लादपुर जैसे स्थानों पर पानी जमा हो गया, जिससे सड़कें बहाल यातायात के लिए बंद हो गईं और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
यातायात व्यवस्था प्रभावित, लोगों को हुई भारी असुविधा
जलभराव के कारण सुबह के व्यस्त समय में दिल्ली के प्रमुख मार्गों पर भीषण ट्रैफिक जाम लग गया। कई लोग समय पर कार्यालय और अन्य जरूरी जगहों पर नहीं पहुंच सके। बारिश और जलभराव के कारण सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था भी प्रभावित रही, जिससे राजधानी की रोजमर्रा की जिंदगी काफी बाधित हुई।