किसी बड़ी घटना के लिए फैलाया जा रहा जाल
ग्रामीणों का कहना है कि ये कोई बड़ी घटना के लिए बिछाया गया जाल है। इससे इन गांवों में घरों की रेकी की जा रही है। हालांकि पुलिस इससे इनकार कर रही है। दरअसल, गाजियाबाद के मोदीनगर, मुरादनगर, निवाड़ी और भोजपुर थानाक्षेत्र के 25 गांवों में ड्रोन उड़ाकर घरों की रेकी करने की अफवाह फैल गई। इससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। रात लगभग दस बजे से ही ग्रामीण हाथों में लाठी-डंडा लेकर गली-गली घूमकर पहरा देने लगते हैं। ग्रामीणों ने गांवों में कई ड्यूटी पॉइंट बनाए हैं, जहां तीन-चार लोग लगातार पहरेदारी करते हैं। इसके साथ ही सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं, ताकि ड्रोन दिखते ही तुरंत ग्रामीणों को सतर्क किया जा सके।
इन गांवों में जागकर पहरा दे रहे ग्रामीण
मोदीनगर थाना क्षेत्र के बिखोखर, सीकरी खुर्द, मानकी, शाहजहांपुर, भोजपुर थानाक्षेत्र के तहलेटा, भोजपुर, फजलगढ़, कलछीना, ईशापुर, नाहली, फरीदनगर तथा निवाड़ी थानाक्षेत्र के ग्यासपुर, कुम्हैड़ा, खिदौड़ा, निवाड़ी, सारा, पैंगा, सुहाना, भनेड़ा और मुरादनगर के रावली कलां, सुराना, सुठारी, नेकपुर, खैराजपुर, सरना सहित पाइपलाइन मार्ग के आसपास के गांवों में ग्रामीण एकजुट होकर सुरक्षा बढ़ा रहे हैं। इसके वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
गलतफहमी से हुई मारपीट की घटनाएं
ड्रोन की वजह से बढ़ी अफवाहों के कारण ग्रामीणों में संदिग्धों को लेकर भी गलतफहमियां बढ़ गई हैं। पिछले एक सप्ताह में तीन अलग-अलग घटनाओं में ग्रामीणों ने कुछ युवकों को चोरी या संदिग्ध समझकर पकड़ लिया और उनकी जमकर पिटाई की। 29 जुलाई की रात गांव भोजपुर में एक युवक को अपनी प्रेमिका से मिलने पर चोरी का आरोपी मानकर पीटा गया। इसी तरह 31 जुलाई को गांव बिसोखर में ससुराल आए युवक को भी ग्रामीणों ने बुरी तरह से पीटा। 27 जुलाई को फजलगढ़ गांव में भी ऐसी ही घटना हुई।
पुलिस ने ग्रामीणों से की अपील, गश्त बढ़ाई
स्थानीय पुलिस ने इस पूरे मामले में स्थिति को गंभीरता से लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ड्रोन उड़ाने के लिए कानूनन अनुमति लेना आवश्यक है और अभी तक किसी भी ड्रोन उड़ाने का कोई वैध मामला सामने नहीं आया है। इसलिए यह सारी बातें अफवाहों पर आधारित हैं। पुलिस ग्रामीणों को समझा रही है कि बिना पुष्टि किए किसी पर शक करना और हिंसक कार्रवाई करना ठीक नहीं है। साथ ही ग्रामीणों से अनुरोध किया गया है कि वे गांव की सुरक्षा के लिए संयम और समझदारी से काम लें। एसीपी मोदीनगर अमित सक्सेना ने कहा, “हमने ग्रामीणों से अनुरोध किया है कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और किसी भी संदिग्ध स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस ने रात्रि गश्त बढ़ा दी है और बीट कांस्टेबलों को भी लोगों के साथ संवाद करने के निर्देश दिए गए हैं। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”