घटना के वक्त क्या हुआ?
तमिलनाडु के मयिलाडुतुरै से कांग्रेस की लोकसभा सांसद आर. सुधा ने बताया कि वह सोमवार सुबह अपने एक साथी सांसद के साथ मॉर्निंग वॉक पर निकली थीं। इसी दौरान उल्टी दिशा से आए एक युवक ने अचानक उनके गले पर झपट्टा पारा और उनकी सोने की चेन झपट ली। सांसद के अनुसार, “वह इतनी तेजी से आया कि मुझे कुछ समझ ही नहीं आया। मेरी गर्दन पर जोर से झटका लगा, कपड़े भी फट गए। मैं सदमे में हूं।”
मदद के लिए चिल्लाईं, लेकिन कोई आगे नहीं आया
उन्होंने यह भी कहा कि लूट की इस वारदात के बाद वह मदद के लिए चिल्लाई, लेकिन आसपास मौजूद किसी भी व्यक्ति ने उनकी सहायता नहीं की। सांसद ने बताया कि चेन लूटने के चक्कर में पड़े झपट्टे में उनके कपड़े फट गए थे। वह अपने कपड़े ठीक करने के चक्कर में लुटेरे को देखना भूल गईं। जब उन्हें अहसास हुआ कि चेन छीनी गई है तो वह चिल्लाईं। महिला सांसद ने बताया “सड़क पर लोग थे, लेकिन मेरी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। मुझे यह देखकर बेहद दुख हुआ।”
अगर गर्दन काट देता, तो मैं मर जाती
कांग्रेस सांसद आर. सुधा ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैं इस घटना से पूरी तरह सदमे में हूं। अगर उस बदमाश के पास चाकू होता और वह मेरी गर्दन काट देता तो क्या होता? मैं शायद जिंदा न रहती। ये देश की राजधानी है, देश का दिल और यहां महिला मुख्यमंत्री है। इसके बावजूद महिलाएं तक सुरक्षित नहीं हैं। मैं तो सांसद हूं, आम महिलाओं का क्या होगा?” उन्होंने इस घटना को लेकर महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं और दिल्ली की कानून व्यवस्था को कठघरे में खड़ा किया है।
गृहमंत्री को चिट्ठी, प्रियंका गांधी से भी मिलीं
इस पूरी घटना के बाद कांग्रेस सांसद आर. सुधा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर शिकायत की है और दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने लिखा है कि वह इस हादसे के बाद मानसिक तनाव और डिप्रेशन से गुजर रही हैं। सांसद ने यह भी बताया कि घटना के बाद उन्होंने कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर को फोन किया, जिन्होंने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद प्रियंका गांधी उन्हें लोकसभा स्पीकर के पास लेकर गईं, जहां उन्होंने औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
सांसद ने दिल्ली पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने बताया, “मैं घटना के तुरंत बाद तमिलनाडु गेस्ट हाउस पहुंची, जहां दो पुलिसकर्मियों और एक पेट्रोलिंग टीम को देखा। हमने उन्हें जानकारी दी, लेकिन उन्होंने सिर्फ नाम और फोन नंबर लिखे और कहा कि शिकायत दर्ज कराने थाने जाएं।” आर. सुधा ने कहा कि वह सिर्फ खुद के लिए नहीं, बल्कि देश की सभी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा “जब एक महिला सांसद राजधानी में सुरक्षित नहीं है, तो आम महिलाएं कैसे सुरक्षित रहेंगी? यह सोचकर रूह कांप जाती है।”