जानकारी के अनुसार, मेजर विक्रम गुप्ता दिल्ली के दिलशाद गार्डन क्षेत्र में निवास करते हैं। वह हाल में ही छुट्टियां लेकर परिवार सहित कोटा में अपने रिश्तेदारों के यहां गए थे। इसी दौरान उन्हें सेना मुख्यालय से आदेश मिला कि युद्ध की संभावना को देखते हुए सभी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और सभी अधिकारियों को तुरंत ड्यूटी पर लौटना होगा। आदेश का पालन करते हुए वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ दिल्ली लौट रहे थे।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर फटा कार का टायर
रविवार को जब वह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर नौगांवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत 82 नंबर पुलिया के पास पहुंचे। तभी उनकी कार का टायर अचानक फट गया। तेज रफ्तार में चल रही कार पर से मेजर का नियंत्रण छूट गया और वाहन अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गया। हादसा इतना भयानक था कि कार का एक दरवाजा खुल गया। जिससे वैशाली और उनकी बेटी रिहाना सड़क पर गिर पड़ीं। घटना के तुरंत बाद आसपास मौजूद राहगीरों ने गंभीर हालत में पड़ी वैशाली और रिहाना को अलवर के एक निजी अस्पताल में पहुँचाया। वहाँ चिकित्सकों ने वैशाली को मृत घोषित कर दिया, जबकि रिहाना को तुरंत इमरजेंसी वॉर्ड में भर्ती कर उपचार शुरू किया गया। डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।
हेड कांस्टेबल फकरुद्दीन ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हादसा टायर फटने के कारण हुआ। पुलिस ने दुर्घटनास्थल का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की और वैशाली के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया। इस हादसे के बाद से न सिर्फ पीड़ित परिवार बल्कि सेना के बीच भी गहरा शोक व्याप्त है। मेजर विक्रम गुप्ता और उनके परिजन गहरे सदमे में हैं। सेना के वरिष्ठ अधिकारी लगातार हालात की निगरानी कर रहे हैं और मेजर गुप्ता को आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है।