स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज सिंह ने बैठक में सुनाया निर्णय
दरअसल, आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PMABHIM) के संचालन पर चर्चा के लिए पिछले दिनों दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मोहल्ला क्लीनिकों के डॉक्टरों और कर्मचारियों को पैनल से हटाया जाएगा और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के लिए नई भर्ती की जाएगी। बैठक में मंत्री ने ये भी बताया कि मोहल्ला क्लीनिक के स्टाफ को पैनल से हटाने के लिए पर्याप्त नोटिस टाइम दिया जाएगा। इस बैठक के मिनट्स जारी किए गए हैं। इसमें मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टरों और स्टाफ को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई है। बैठक के मिनट्स में कहा गया है “स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इस बात पर चर्चा की गई है कि मोहल्ला क्लीनिक के मौजूदा डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ का विस्तार और आयुष्मान आरोग्य मंदिर योजना के पैनल में शामिल होना मौजूदा नियमों और शर्तों के तहत एक साल की अवधि के लिए जारी रहेगा। हालांकि इस बीच अगर आयुष्मान आरोग्य मंदिर के लिए नए स्टाफ की तैनाती हो जाती है तो इन्हें पैनल से हटाने के लिए पर्याप्त नोटिस दिया जाएगा।”
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत होगी नई भर्ती
मिनट्स में आगे बताया गया है कि बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के लिए डॉक्टरों और कर्मचारियों की नई भर्ती राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के मौजूदा मानदंडों के आधार पर की जाएगी। इनका पारिश्रमिक भी एनएचएम के मानदंडों के अनुसार ही तय किया जाएगा। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग ने प्रस्ताव दिया कि आरोग्य मंदिरों के लिए नई भर्ती संबंधित जिलों में जिला मजिस्ट्रेटों की देखरेख में की जा सकती है। इसपर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज सिंह ने इस संबंध में अलग से एक विस्तृत प्रस्ताव देने का निर्देश दिया है। इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज सिंह ने कहा था कि प्रधानमंत्री आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के लिए डॉक्टरों और कर्मचारियों की नियुक्ति एनएचएम के मानदंडों के अनुसार की जाएगी। पंकज सिंह ने आगे कहा था “दिल्ली में PMABHIM के तहत आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के लिए होने वाली नई भर्ती में कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है। बस वह इसके योग्य होना चाहिए। हमें किसी भी डॉक्टर से कोई समस्या नहीं है। जो भी मानदंडों पर खरा उतरेगा। उसे आरोग्य मंदिरों में नियुक्त किया जाएगा। फिर वह चाहे मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर हों या पैरामेडिकल स्टाफ हो। आवेदन करने वालों पर विचार जरूर किया जाएगा।”
दिल्ली में मौजूदा मोहल्ला क्लीनिकों की स्थिति
मौजूदा समय में दिल्ली के अंदर कुल 553 मोहल्ला क्लीनिक कार्यरत हैं। जिनमें से केवल 11 सरकारी भवनों में स्थित हैं। भाजपा सरकार की योजना के तहत दिल्ली के विभिन्न जिलों में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की स्थापना प्रस्तावित है। इनमें उत्तर दिल्ली में छह, पश्चिमी दिल्ली में 8, पूर्व दिल्ली में 5, दक्षिण दिल्ली में 6, मध्य दिल्ली में 8, उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में 8-8, दक्षिण-पूर्व दिल्ली में 6, शाहदरा में 7 केंद्र, उत्तर-पूर्व और नई दिल्ली में 4-4 मोहल्ला क्लीनिक के केंद्र अपग्रेट किए गए हैं। इसके अलावा बैठक में बताया गया कि यदि किसी क्षेत्र में स्थापित नया आयुष्मान आरोग्य मंदिर वहां की पूरी आबादी की प्राथमिक स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होगा, तो उसके आस-पास स्थित मोहल्ला क्लीनिकों को समाप्त कर दिया जाएगा। 31 मार्च को समाप्त हो गया था मोहल्ला क्लीनिक स्टाफ का अनुबंध
दिल्ली सरकार के सूत्रों ने बताया कि बीते 31 मार्च को पिछली AAP सरकार द्वारा स्थापित मोहल्ला क्लीनिकों के डॉक्टरों और कर्मचारियों का अनुबंध समाप्त हो गया था। हालांकि भाजपा सरकार आने के साथ ही मोहल्ला क्लीनिक के स्टाफ के अनुबंध का नवीनीकरण कर दिया गया है। अब भाजपा सरकार की घोषणा के अनुसार दिल्ली में कुल 1,139 आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए जाने हैं। इसके तहत अब तक इनमें से 123 को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए एनएचएम के तहत मंजूरी मिल चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में 553 मोहल्ला क्लीनिकों में से अभी तक 70 को आयुष्मान आरोग्य मंदिर में अपग्रेड किया जा चुका है।